पूनिया ने एक बयान में कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री की निंदा की आड़ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भूल जाते हैं कि वह देश पर सवाल खड़े करते हैं, अहिंसा और लोकतंत्र की बात करते-करते अशोक गहलोत भूल जाते हैं कि 70 वर्षों की राजनीति में कांग्रेस को 50 वर्षों तक शासन करने मौका मिला, जिसमें उन्होंने लोगों को जाति, पंथ और मजहब में बांटने का कार्य किया।
पूनिया ने कहा कि आपातकाल से लेकर अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ, जब कांग्रेस के नेता विश्व मंच पर देश की आलोचना करते हैं तो ऐसा लगता है कि राहुल गांधी से लेकर अशोक गहलोत तक एक ही भाषा बोलते हैं, देश के विपरीत भाषा बोलता हैं, देश के खिलाफ भाषा बोलते हैं, इसलिए उनका आचरण कई बार एंटी नेशनल लगता है, देश के विपरीत लगता है? गौरतलब हैं कि आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने माउंट आबू स्थित ब्रह्म कुमारी संस्थान की ओर से आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को ऑनलाइन संबोधित किया था। गहलोत ने इस मौके पर कहा कि देश में तनाव व हिंसा का माहौल है. उन्होंने कहा कि सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही समाज व देश आगे बढ़ सकता है