ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि सूर्यदेव राजकीय कामकाज, यश-सम्मान के कारक हैं। मान्यता है कि पौष मास में सूर्य देव की नियमित उपासना करनेवाले का भाग्य सूर्य के समान चमक उठता है। सूर्योपासना से स्वास्थ्य सुख और संपन्ननता प्राप्त होती है। पौष माह में सूर्यदेव की पूजा जरूर करना चाहिए। इस माह में गर्म कपड़े और अनाज का दान करना चाहिए।
इस माह में सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए रोज़ सुबह सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल में रोली और लाल रंग के पुष्प डालकर सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। जल चढ़ाते समय गायत्री मंत्र या सूर्यदेव के सरल मंत्र ऊं आदित्याय नमः का जाप करना चाहिए। इस माह आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ बहुत फलदायी होता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के अनुसार पौष माह में लाल रंग के वस्त्रों का अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए। इससे सौभाग्य बढ़ता है। पौष माह में खानपान में हल्का से बदलाव करके भी सूर्य कृपा पाई जा सकती है। इस माह में बासा भोजन कतई न करें। नमक का सेवन कम करना चाहिए। चीनी की बजाए गुड़ का सेवन करें। इस माह सूखे मेवे और स्निग्ध़ चीज़ों का सेवन करें।