हैरिटेज नगर निगम ने कार्रवाई के नाम पर सिर्फ 333 किलो पॉलीथिन और 498 किलो प्लास्टिक जब्ती की है, जबकि जयपुर ग्रेटर नगर निगम ने सिर्फ 450 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक व पॉलीथिन जब्त किया है। कार्रवाई के ये आंकड़े जिम्मेदारों की सजगता को उजागर करते नजर आ रहे है।
आठ माह बाद भी अंकुश नहीं
सिंगल यूज प्लास्टिक से लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके बाद भी शहरी सरकार की खानापूर्ति साफ दिखलाई दे रही है। यही कारण है कि आठ माह बाद भी पॉलीथिन पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पा रहा है। जबकि शहरी सरकार का दावा है कि उनकी टीम शहर में घूमकर सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त कर रही है, वहीं इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए जुर्माना वसूल किया जा रहा है। दोनों नगर निगम पॉलीथिन जब्ती के नाम पर टीम गठित कर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।
खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग
हकीकत में टीम के नाम पर भी सिर्फ दो से चार लोग बाजार में घूम रहे हैं, जो कुछ जगह निरीक्षण कर काम पूरा कर लेते हैं। जानकारों की मानें तो सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ कार्रवाई में बड़े अफसर रुचि नहीं ले रहे है। नतीजा शहर में खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग हो रहा है।
टास्क फोर्स गठित
जयपुर ग्रेटर नगर निगम की ओर से अब तक 1 हजार 800 जगहों पर निरीक्षण का दावा किया जा रहा है। निगम अफसरों का कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने वाले दोषियों के खिलाफ ग्रेटर निगम क्षेत्र के सात जोनों में टास्क फोर्स गठित कर रखी है, जो क्षेत्र में निरीक्षण करती है। वहीं हैरिटेज निगम अधिकारियों की मानें तो सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉ लीथिन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, इसके लिए निगम मुख्यालय पर एक विशेष टीम बना रखी है, जिसमें सीएसआई के साथ अन्य कर्मचारी शामिल है, जो नियमित रूप से शहर में कार्रवाई कर रहे है।
शहरी सरकार की कार्रवाई
831 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलीथिन जब्त किया हैरिटेज नगर निगम ने
450 किलो सिंगल यूज प्लास्टिक व पॉलीथिन जब्त किया जयपुर ग्रेटर निगम ने
कितना वसूल किया जुर्माना
हैरिटेज निगम — 18 लाख 84 हजार 500 रुपए
जयपुर ग्रेटर निगम — 7 लाख 23 हजार रूपए
7 जोनों में टास्क फोर्स का गठन
ग्रेटर नगर निगम आयुक्त महेन्द्र सोनी का कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग निषेध है। इसकी अनुपालना में नगर निगम ग्रेटर जयपुर की ओर से 7 जोनों में टास्क फोर्स का गठन किया गया हैं। इसके तहत जोन उपायुक्त, राजस्व अधिकारी, मुख्य सफाई निरीक्षक, वार्ड सफाई निरीक्षक, कांस्टेबल की टीम गठित की गई हैं, जिनके द्वारा दिन प्रतिदिन सब्जी मण्डी, फल मण्डी, रेस्टोरेंट, होटल आदि स्थानों पर निरीक्षण किए जाते है। जन जागरूकता के लिए कार्यशालाएं आयोजित की गई, जिसमें प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की समझाइश की गई।
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ऑटोमेटिक क्लॉथ कैरी बेग वैंडिंग मशीन लगाई
हैरिटेज निगम आयुक्त विश्राम मीना का कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक बैन की पालना की जा रही है। लोग प्लास्टिक और पॉलीथिन का उपयोग नहीं करें, इसके लिए हैरिटेज निगम की ओर से ऑटोमेटिक क्लॉथ कैरी बेग वैंडिंग मशीन लगाई गई है, जिसमें 10 रूपए का सिक्का डालने पर कपड़े का थैला निकलता है। जल्द ही प्रत्येक जोन में एक—एक वैंडिंग मशीन लगाई जा रही है। लोगों से भी अपील है कि वे पॉलीथिन की जगह कपड़े के थैले का उपयोग करें। सभी लोग इसमें साथ देंगे तो इससे सफाई और स्वच्छता को भी प्रोत्साहन मिलेगा।