इसी 16 फरवरी को अदकालिया-गोदावाड़ा मार्ग के कथरघाटी में पैंथर ने एक गाय के बछड़े के शिकार किया था। पैंथर अन्य मवेशियों का शिकार न करे इससे पहले कुछ लोगों ने उसके शिकार किए गए बछड़े के मांस में जहरीला पदार्थ मिला दिया। इसको खाने के बाद पैंथर बेहोशी की हालत में एक पुलिया के नीचे पाइप में चला गया। जहां इन लोगों ने पाइप के दोनों तरफ चारा डालकर आग लगा दी। इससे पैंथर जिंदा जल गया।
कुत्ते ने भी खाया था मृत बछड़े का मांस
ग्रामीणों ने बताया कि पैंथर द्वारा शिकार किए गए जिस बछड़े के मांस में विषाक्त मिलाया था, उस बछड़े के मांस को एक कुत्ते ने भी खाया था, जिसकी मौत हो गई। मामले में साक्ष्य जुटाने के लिए विभाग ने कुत्ते का शव तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला।
छुपाते रहे अधिकारी
गत 18 फरवरी को फलासिया रेंजर शांतिलाल मेघवाल को घटना की सूचना मिल गई थी। सूचना पर रेंजर ने घटनास्थल पहुंचकर अधजले पैंथर को झाड़ोल पशु चिकित्सालय पहुंचाया। जहां 19 फरवरी को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करावाकर रेंज क्षेत्र में ही उसका दाह संस्कार करवाया गया। लेकिन वनकर्मी मामले को छुपाते रहे।
जल्द पकड़ा जाएगा आरोपी
आरोपी की पहचान कर ली गई है। उसे तलाशा जा रहा है। उससे पूछताछ के लिए उपस्थित होने का नोटिस भी जारी किया गया है। जल्द पकड़ लिया जाएगा।
– मुकेश सैनी, उप वन संरक्षक (दक्षिण), उदयपुर