हरियाली से होगा आच्छादित
सांस्कृतिक केंद्र के साथ मंदिर परिसर हरियाली से आच्छादित होगा। “हरित स्वर्ग” बनाने के लिए हरियाली लगाई जा रही है। मंदिर परिसर में सहजन, नीम, शीशम, पीपल, बरगद, चंदन , कदंब, रुद्राक्ष, कल्पवृक्ष, अश्वगंधा, पारिजात, एलोवेरा, मेसवाक समेत कई औषधीय पौधे लगाए जा रहे हैं। केंद्र को पर्यावरण-अनुकूल सामग्री और टिकाऊ प्रथाओं के साथ डिजाइन किया गया है। इसमें सौर पैनल, वर्षा जल संचयन और कचरा निस्तारण के उपाय किए गए हैं।
ये खूबियां जो मंदिर को बनाएगी खास
लाइट एंड साउंड के साथ एमीनेशन का प्रदर्शन
विश्व की सबसे बड़ी 30 मीटर लंबी छतरी का निर्माण
मयूर द्वार पर आकर्षक पेंटिंग के साथ पत्थर की मूर्ति और कांच जड़ाउ किए 108 मोर रूपांकन
3000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला बड़ा हॉल
मंदिर में जाने के लिए छह भव्य प्रवेश द्वार
कलाकृतियां, पेंटिंग, मूर्तियां प्रदर्शित करने के लिए बड़ा संग्राहलय