बोर्ड का कहना है कि कई बार परीक्षार्थी अपने आधार कार्ड, वोटर आईडी, या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेजों में बचपन की या पुरानी फोटो लेकर आते हैं। इससे परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवार के चेहरे और पहचान पत्र में लगी तस्वीर का मिलान करना मुश्किल हो जाता है। परिणामस्वरूप, परीक्षा प्रवेश के दौरान गड़बड़ी की संभावना रहती है।
गाइडलाइन में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि अगर प्रवेश पत्र की प्रिंटेड फोटो और पहचान पत्र की तस्वीर में अंतर पाया गया, तो उम्मीदवार को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसलिए, परीक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी पहचान पत्रों में फोटो अपडेट करवा लें ताकि एंट्री के समय किसी प्रकार की समस्या न हो।
1-आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेजों में लगी पुरानी फोटो तुरंत बदलवाएं।
2-फोटो और चेहरे का मिलान होना अनिवार्य है, अन्यथा परीक्षा केंद्र में एंट्री रोक दी जाएगी।
3– तीन साल से अधिक पुरानी फोटो वाले पहचान पत्र को परीक्षा से पहले अनिवार्य रूप से अपडेट कराएं।
4-समय रहते दस्तावेज अपडेट करवाकर परीक्षा के लिए तैयार रहें ताकि परीक्षा के दिन किसी तरह की परेशानी न हो।
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परीक्षा केंद्र पर नियमों की सख्तीबोर्ड ने यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए उठाया है। गाइडलाइन का पालन न करने पर न सिर्फ एंट्री पर रोक लग सकती है, बल्कि परीक्षार्थियों की मेहनत भी बेकार हो सकती है।
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आपकी मेहनत का फल न जाए बेकार!जो भी उम्मीदवार इस गाइडलाइन का पालन करेंगे, वे बिना किसी रुकावट के परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इस सख्त कदम का उद्देश्य नकल और फर्जीवाड़े पर रोक लगाना है, ताकि सभी परीक्षार्थियों के लिए एक समान और निष्पक्ष वातावरण तैयार किया जा सके।