जारी हुआ दूसरा अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण भारत में 97 फीसदी मानसून का अनुमान है, जबकि पूर्वोत्तर भारत में 91 फीसदी बारिश का अनुमान है। आईएमडी का अनुमान है कि इस साल उत्तर पश्चिमी भारत जिसमें पूरा उत्तर भारत जैसे राजस्थान ( Monsoon Prediction 2019 Rajasthan ), उत्तर प्रदेश शामिल हैं में 94 फीसदी तक बारिश हो सकती है। वहीं, मध्य भारत में 100 फीसदी मानसून का अनुमान है।
अगस्त में अच्छी बारिश के संकेत
जून से सितंबर में औसत का 96 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। हालांकि जुलाई में सामान्य से कमजोर बारिश की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक जुलाई में औसत की 95 फीसदी बारिश हो सकती है, जबकि अगस्त में अच्छी बारिश होने के संकेत हैं।
मौसम विभाग के ADG मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार, अभी तक ऐसा लग रहा है कि अल नीनो की मौजूदगी के कारण मानसून पर काफी प्रभाव पड़ेगा। इसके चलते यह कमजोर और सामान्य से कम रह सकता है। लेकिन अल नीनो का असर जैसे-जैसे मानसून सीजन आगे बढ़ेगा कम होता जाएगा।
यह होता है सामान्य मानसून
अगर देश में 96 से लेकर के 104 फीसदी के बीच बारिश होती है तो फिर उसे सामान्य मानसून माना जाता है। वहीं 90 से 96 फीसदी के बीच हुई बारिश सामान्य से नीचे माना जाता है।
90 फीसदी से कम बारिश को कमजोर मानसून माना जाता है। पिछले पांच साल में तीन साल देश में सूखा पड़ा है।
2014, 2015 और 2018 में बारिश 90 फीसदी से कम हुई थी। 2018 में हालांकि सूखा ज्यादा नहीं पड़ा था, क्योंकि सितंबर के बाद भी कई जगह बारिश होती रही।