इस नये केन्द्र के विकास पर 50 लाख रुपयों के निवेश करने वाले सह-संस्थापक प्रत्युष सोनी और आकाश बंसल ने अपने छात्र जीवन के संघर्षों को साझा किया। जिसके फलस्वरूप उन्हें अनुभवात्मक शिक्षा और एक ऐसी क्रिएटिव लैब की स्थापना करने की आवश्यकता महसूस हुई। जहां विद्याार्थी एवं पेशेवर व्यक्ति समानरूप से अपने रचनात्मक अवधारणाओं को धरातल पर ला सके।
मेकरस्पेस में बेहतरीन संसाधन उपलब्ध हैं, जिसमें 35 से अधिक तकनीकी गुणवत्ता वाले 3डी प्रिंटर, उद्योग-मानक वाले 20 से अधिक मशीनरी एवं उपकरण, सीएनसी मशीन, 3डी ऑब्जेक्ट स्कैनर के अतिरिक्त टूल रूम, क्रिएटिव टेक लैब, कंप्यूटर सिम्युलेशन, सीएडी और पेंट लैब शामिल हैं। यह क्रिएटिव लैब एक ऐसा अद्वितीय मंच प्रदान करती है जहां विभिन्न उद्योगों के आवश्यकतानुसार प्रोटोटाइप बना सकते हैं और वास्तुकला एवं डिजाइन के उद्देश्यों के लिए छोटे मॉडल विकसित कर सकते हैं। आर्किटेक्ट डॉ अनूप बरतारिया ने कहा कि मेकरस्पेस एक सराहनीय पहल है जो शिक्षा एवं नवाचार के उभरते परिदृश्य के साथ पूरी तरह से मेल खाती है।