फीडबैक में पाया नौकरशाही हावी मीणा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वे 5-7 जिलों में गए तो उन्होंने फीडबैक पाया कि प्रदेश में नौकरशाही हावी है और हार के कारणों में सबसे बड़ी वजह भी यही रही है। सरकार में आम आदमी की सरकार में सुनवाई हो नहीं रही है। इसका सीधा नुकसान चुनाव में हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेतृत्व से अपील की है कि इस समस्या पर अंकुश लगना चाहिए।
हार की जिम्मेदारी सभी की.. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हार की जिम्मेदारी सभी की बनती है। मंत्री मीणा का कहना है कि उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से अपील की है कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव में हुई हार का आत्मचिंतन करना चाहिए। जिससे कि आगामी समय में आम जनता की सुनवाई हो सके।
समीक्षा बैठक में राहुल गांधी ने शामिल होने से किया इंकार इधर, आज दिल्ली में राजस्थान की प्रस्तावित समीक्षा बैठक में राहुल गांधी ने शामिल होने से इंकार कर दिया है। बताया जा रहा है कि राहुल ने हार के बाद अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन CWC ने एक प्रस्ताव पारित कर उसे नामंजूर कर दिया और राहुल अब भी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। जिससे नाराज होकर राहुल ने बैठक में शामिल होने से मना कर दिया साथ ही इसकी वजह यह भी बताई जा रही है कि राहुल कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बेटों को टिकिट दिए जाने से भी खुश नहीं थे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि राहुल और गहलोत ( CM
Ashok Gehlot ) के बीच नाराजगी अब भी बरकरार है। दूसरी ओर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया में चल रही खबरों का खंडन किया है।