घने कोहरे का अलर्ट: 15 जिले प्रभावित
आज सुबह और शाम के समय 15 जिलों में घना कोहरा छाने की संभावना है। इनमें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, दौसा, टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर, कोटा और बारां जैसे जिले शामिल हैं। कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आएगी, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
कल से शुष्क रहेगा मौसम
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, कल से प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। यह खबर मकर संक्रांति के पर्व के लिए राहत भरी है, क्योंकि लोगों को पतंगबाजी के लिए अनुकूल मौसम मिलेगा। मकर संक्रांति के दिन परंपरागत रूप से पतंग उड़ाने और तिल-गुड़ खाने की परंपरा है, जिसे ठंड के बावजूद लोग बड़े उत्साह से मनाएंगे।
तापमान में गिरावट से गलन बढ़ी
बीती रात जयपुर समेत कई जिलों में बादलों की आवाजाही के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। सिरोही में सबसे कम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अन्य जिलों में भी तापमान सामान्य से नीचे रहा। जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, अलवर, कोटा में लोगों को गलन भरी ठंड का सामना करना पड़ा।
शीतलहर का असर और आगे की चुनौतियां
सर्दी का यह दौर लोगों के लिए स्वास्थ्य के लिहाज से भी चुनौतीपूर्ण है। खासकर बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग ठंड से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और बाहर निकलने से पहले सतर्कता बरतने की सलाह दी है। सर्दी का यह मौसम किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण है। गेहूं और सरसों की फसलों के लिए यह मौसम अनुकूल होता है, लेकिन अत्यधिक ठंड और कोहरा फसलों पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
मकर संक्रांति की तैयारियां जोरों पर
राजस्थान में सर्दी का मौसम अपने चरम पर है। घने कोहरे और शीतलहर के बीच मकर संक्रांति की तैयारियां जोरों पर हैं। आने वाले दिनों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जो पर्व मनाने वालों के लिए राहत की बात है। लेकिन ठंड से बचाव के लिए सतर्कता और सावधानी बरतना जरूरी है।