विकास के साथ पृथ्वी और प्रकृति का भी रखें ख्याल: मुख्यमंत्री
वहां पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उसके बाद सेना के वाहन में देह को रैली के रूप में पैतृक गांव भूरी भडाज ले जाया गया। रास्ते में जगह-जगह गांवों व ढाणियों में लोगों ने देह पर पुष्प वर्षा की। प्रागपुरा थाने से करीब 3.5 किलोमीटर दूर जब हवलदार की देह उनके पैतृक गांव भूरी भडाज घर पहुंची तो माहौल गमगीन हो गया। मृतक की पत्नी, बच्चे व भाई-बहनों एवं अन्य परिजनों की रो-रो कर हालत खराब थी। हवलदार के 10 वर्ष के पुत्र आदित्य ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सेना से आये अधिकारियों ने पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी एवं सीआरपीएफ बटालियन सेना की टुकड़ी ने अंतिम गार्ड ऑफ ऑनर दिया।