जयपुर उत्तर एडीएम बीरबल सिंह ने बताया कि जयपुर जिले में 30 हजार गायों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। वही जयपुर में गायों की संख्या करीब साढ़े छ लाख है। इनमें से 44 हजार 409 गाय लंपी बीमारी से संक्रमित हुई। इनमें से 1660 गायों की मौत हो गई। इनमें 213 गाये गौशाला की थी और 1447 गाय गौशाला से बाहर की थी।
एडीएम बीरबल सिंह ने बताया कि वर्तमान में सभी गायों का वैक्सीनेशन करने का काम चल रहा है। सभी जगह तीव्र गति से वैक्सीनेट किया जा रहा है। इसके लिए गोट पॉक्स वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। एडीएम बताया कि अभी लंपी बीमारी की कोई मूल वैक्सीन प्रशासन के पास मौजूद नहीं है। जिसकी वजह से गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है। पहले यह लक्षण बकरियों में पाए जाते थे। इसलिए गायों में मिलते जुलते इस बीमारी के लक्षण होने की वजह से उन्हें बचाने के लिए बकरी की वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। जो अब तक कारगर साबित हो रही है।
डॉ जितेंद्र राजोरिया ने बताया कि यह गोट पॉक्स वैक्सीन उन गायों के लगाई जाती है। जो लंपी बीमारी से संक्रमित नहीं होती है। जो भी गाय लंपी वायरस से संक्रमित हो जाती है तो उसे यह वैक्सीन नहीं दी जाती है। इसके साथ ही उसके आसपास मौजूद अन्य गायों को भी यह वैक्सीन नहीं लगाई जाती है। राजस्थान में वर्तमान में जो गाये स्वस्थ है उनकी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए यह गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है।
हरियाणा में बनी वैक्सीन, आने में लगेगा समय
डॉ जितेंद्र राजोरिया ने बताया कि लंपी वायरस से गायों को बचाने के लिए वैक्सीन बन चुकी है। जिसे भारत सरकार की ओर से अप्रूव भी कर दिया गया है। यह वैक्सीन हरियाणा में बनाई गई है। लेकिन अब तक राजस्थान में यह वैक्सीन नहीं आई है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही यह वैक्सीन राजस्थान को मिलेगी। जिससे लंपी वायरस से संक्रमित गायों को इसका लाभ मिलेगा।