इस सीट पर तीन लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं और इतनी ही संख्या अनुसूचित जाति के मतदाताओं की है। इस लोस सीट पर दो विस क्षेत्रों में बसपा के विधायक भी हैं। विगत विस चुनाव में यहां से पार्टी को 2.75 लाख के आस-पास वोट मिले थे। 2014 के लोकसभा चुनावों की तुलना में इस विधानसभा चुनावों में भाजपा कमजोर हुई है। भाजपा ने महंत बाबा बालकनाथ पर भरोसा दिखाया है। वहीं कांग्रेस के लिए राह आसान नहीं होगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह पर कांग्रेस ने भरोसा दिखाया है, लेकिन बसपा ने मुस्लिम चेहरा उतारकर कांग्रेस के परम्पारागत वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सीताराम मेघवाल ने बताया कि अलवर से इमरान खान के अलावा कोटा से हरीश कुमार, झालावाड़-बारां से डॉ. बद्री प्रसाद, उदयपुर से केशुलाल और अजमेर से कर्नल दुर्गालाल को टिकट दिया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही बची लोकसभा सीटों पर भी प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी।