राजस्थान पत्रिका ने राजनीति में रुचि रखने वाले विभिन्न वर्गों से मंत्रियों के नाम को लेकर चर्चा की। सभी से योग्यता व क्षेत्र के हिसाब से मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व के बारे में जानना चाहा। इन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यंत्री सहित 30 सदस्यीय मंत्रिमंडल को लेकर अपनी राय रखी है। इसमें वरिष्ठता, युवा और संघ से नजदीकी के रिश्ते भी देखे जा सकते हैं। लोगों में मंत्रियों को लेकर वित्त, गृह और अन्य कुछ प्रमुख विभागों को लेकर ज्यादा उत्सुकता नजर आई।
16वीं विधानसभा के सत्र की तैयारियां भी शुरू, शपथ होगी
विधानसभा के सत्र की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। यह 16वीं विधानसभा कहलाएगी। पहले सत्र में विधायकों की शपथ होगी, नए विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा। विधानसभा का यह सत्र पांच से सात दिन चल सकता है। जनवरी के बाद फरवरी में भी सत्र बुलाया जाएगा। इसी सत्र के दौरान अंतरिम बजट भी पेश किया जा सकता है।
लिस्ट
ये हो सकते हैं संभावित चेहरे और उनके विभाग
1. भजनलाल शर्मा (सांगानेर) : मुख्यमंत्री, कार्मिक, डीपीआऱ
2. दिया कुमारी (विद्याधर नगर) : उप मुख्यमंत्री, गृहविभाग
3. प्रेमचंद बैरवा (दूदू) :उप मुख्यमंत्री, सार्वजनिक निर्माण विभाग
इन विधायकों के लिए आई केबिनेट मंत्री बनने की राय
किरोड़ीलाल मीणा, उम्र 72, एमबीबीएस (सवाई माधोपुर) : वरिष्ठ नेता हैं, कई बार सांसद-विधायक रह चुके हैं। पहले राज्य में मंत्री रह चुके हैं।
राज्यमंत्री – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
मदन दिलावर, 64, मैकेनिकल इंजीनियर (रामगंज मंडी) : भाजपा में हिंदूवादी चेहरा हैं। पहले भी मंत्री रह चुके हैं। हाड़ौती में क्षेत्र में बड़े नेता के रूप में नाम, संघ के करीबी।
केबिनेट मंत्री – समाज कल्याण विभाग
जोगेश्वर गर्ग, उम्र 68, बीए (जालोर) : जालोर में पार्टी का प्रमुख दलित चेहरा। विपक्ष में सचेतक की भूमिका में रहे, संघ के करीबी
केबिनेट मंत्री – शिक्षा विभाग
सिद्धि कुमारी, उम्र 50, एमए (बीकानेर पूर्व) : वरिष्ठ विधायक और बीकानेर पूर्व राजघराने की सदस्य।
केबिनेट मंत्री – पर्यटन विभाग
महंत प्रतापपुरी, उम्र 53, दसवीं (पोकरण) : पश्चिमी राजस्थान में अच्छा प्रभाव, प्रदेश का बड़ा हिंदूवादी चेहरा।
केबिनेट मंत्री – देवस्थान विभाग एवं गोपालन
पुष्पेंद्र सिंह राणावत, 53, बीए (बाली) : छह बार के विधायक, पहले भी मंत्री रह चुके हैं। साफ छवि
केबिनेट मंत्री – उर्जा विभाग
अजय सिंह किलक, उम्र 65, एमए (डेगाना) : नागौर जिले में पार्टी के प्रमुख जाट चेहरों में माने जाते हैं, पहले मंत्री रह चुके हैं
केबिनेट मंत्री – सहकारिता
झाबर सिंह खर्रा, उम्र 67, बी.कॉम (श्रीमाधोपुर) : प्रदेश के शेखावाटी क्षेत्र में भाजपा प्रमुख जाट चेहरा, इनके पिता भी मंत्री रह चुके
केबिनेट मंत्री – कृषि एवं पशुपालन विभाग
भैराराम सियोल, उम्र 52, स्नातक (ओसियां) : दूसरी बार के विधायक, पहले संसदीय सचिव रह चुके हैं। कांग्रेस नेत्री दिव्या मदेरणा को हराया।
केबिनेट मंत्री – ग्रामीण एवं पंचायती राज
संजय शर्मा, उम्र 54, स्नातक (अलवर शहर) : दूसरी बार के विधायक, आरएसएस की पसंद
केबिनेट मंत्री – जलसंसाधन एवं सिंचाई विभाग
प्रतापसिंह सिंघवी, उम्र 63, आठवीं (छबड़ा) : छह बार के विधायक, एक बार मंत्री रह चुके, हाड़ौती में वैश्य वर्ग में मजबूत पकड़
केबिनेट मंत्री – नगरीय विकास विभाग
बाबा बालकनाथ, उम्र 39, दसवीं (तिजारा) : सांसद पहली बार बने। अभी सांसद रहते विधानसभा चुनाव लड़े हैं। लोकसभा से इस्तीफा दे चुके हैं।
केबिनेट मंत्री – वन एवं पर्यावरण विभाग
हीरालाल नागर, उम्र 63, बीए (सांगोद) : हाड़ौती क्षेत्र में किसान वर्ग में अच्छा प्रभाव, दूसरी बार विधायक बने हैं।
केबिनेट मंत्री – खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग
शत्रुघ्न गौतम, उम्र 47, स्नातक (केकड़ी) : दूसरी बार के विधायक, पहले मंत्री का दर्जा रह चुका। कांग्रेस दिग्गज रघु शर्मा को हराया।
केबिनेट मंत्री – खान एवं पेट्रोलियम
जवाहर सिंह बेडम, उम्र 55, एलएलबी (नगर) : गुर्जर समाज में अच्छा प्रभाव, भरतपुर में पार्टी के प्रमुख गुर्जर चेहरे के रूप में पहचान
केबिनेट मंत्री – कानून मंत्री
फूलसिंह मीणा, उम्र 64, एमए (उदयपुर ग्रामीण) : मेवाड़ का आदिवासी चेहरा, लगातार जीत रहे चुनाव
केबिनेट मंत्री – जनजाति क्षेत्रीय विभाग
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राजयमंत्री के लिए इन विधायकों के सुझाये नाम
शैलेश सिंह, उम्र 43, एमबीबीएस (डीग-कुम्हेर) : पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। वरिष्ठ नेता दिगंबर सिंह के पुत्र हैं और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह को हराया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
जितेंद्र गोठवाल, उम्र 50, बीए (खंडार) : भाजपा में बड़ा दलित चेहरा, पहले मंत्री का दर्जा रह चुका है। संघ से जुड़े हैं।
राज्यमंत्री – समाज कल्याण विभाग
मंजू बाघमार, उम्र 51, पीएचडी (जायल) : दूसरी बार विधायक बनी, संघ से जुड़ाव है
राज्यमंत्री – शिक्षा विभाग
दीप्ति किरण माहेश्वरी, उम्र 36, एमबीए (राजसमंद) : दूसरी बार विधानसभा पहुंची हैं। वरिष्ठ नेता किरण माहेश्वरी की पुत्री हैं। वैश्य समाज का प्रमुख महिला चेहरा हैं।
राज्य मंत्री – खेल एवं युवा मामलात
उदयलाल भड़ाना, उम्र 45, बारहवीं (मांडल) : पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं, किसानों में अच्छी पकड़
राज्यमंत्री – ऊर्जा विभाग
नौक्षम चौधरी, उम्र 33, डबल एमए (कामां) : पहली बार की विधायक हैं। महिला विधायकों में अच्छी पढ़ी-लिखी हैं और संघ के करीबी हैं।
राज्यमंत्री – अल्पसंख्यक मामलात
सुमित गोदारा, उम्र 49, एमए (लूणकरणसर) : बीकानेर जिले में पार्टी का प्रमुख जाट चेहरा, बेबाक छवि के रूप में पहचान
राज्यमंत्री – विभाग श्रम विभाग, कृषि एवं पशुपालन
ताराचंद जैन, उम्र 70, इंटरमीडिएट (उदयपुर) : पहली बार विधानसभा पहुंचे, गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद उन्हें इस सीट पर मौका मिला
राज्यमंत्री – वन एवं पर्यावरण विभाग
हंसराज पटेल, उम्र 54, आठवीं (कोटपूतली) : गुर्जर समाज में पकड़, पहली बार जीते, राज्यमंत्री को हराया
राज्यमंत्री – परिवहन विभाग
जेठानंद व्यास, उम्र 57, स्नातक (बीकानेर पश्चिम) : आरएसएस से जुड़े हैं और अभी कांग्रेस के दिग्गज नेता बी.डी कल्ला को हराया।
राज्यमंत्री – आपदा प्रबंधन एवं राहत
हेमंत मीणा, उम्र 43, बीए (प्रतापगढ़) : पहली बार विधायक बने, पिता मंत्री रह चुके हैं
राज्यमंत्री – जनजाति क्षेत्रीय विभाग