इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को 6 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। फिलहाल ये योजना डूंगरपुर,बांसवाडा,उदयपुर,प्रतापगढ़ जिलों में लागू होगी। योजना का 100 प्रतिशत पैसा राज्य सरकार वहन करेगी।
इस योजना के लागू होते ही ये देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा जहां दूसरी संतान पर भी गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता मिलेगी।बताया जाता है कि इंदिरा गांधी मातृत्व योजना के तहत आने वाले 5 वर्षों में 225 करोड़ रूपए की राशि खर्च की जाएगी।
पांच किश्तों में मिलेगी योजना की राशि
दूसरी संतान के समय प्रथम गर्भावस्था जांच और पंजीकरण पर पहली किश्त के तौर पर 1000 रुपए मिलेंगे। इसके बाद प्रसव पूर्व जांचें पूरी होने पर दूसरी किश्त के रूप में एक हजार, बच्चे के जन्म पर तीसरी किश्त के रूप में एक हजार रुपए मिलेंगे।
इसके बाद बच्चे के साढ़े तीन माह तक के सभी नियमित टीके लग जाने व नवजात के जन्म प्रमाण पत्र पंजीकरण होने पर 2000 और दूसरी संतान के उपरांत स्थायी परिवार नियोजन पर पांचवी किश्त के रूप में 1000 रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी।