पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में महंत अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में शाम को झूला झांकी और सिंजारा पूजन किया गया। बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाई जी मंदिर में महंत पुरुषोत्तम भारती के सान्निध्य में ठाकुर को लहरिया पोशाक धारण करवाई गई। सांगानेर सिटी बस स्टैंड (Sanganer City Bus Stand) स्थित दुसाद भवन में त्रिवेणी धाम के रामरिछपाल दास के सान्निध्य में ठाकुरजी का झूला महोत्सव कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर ठाकुरजी को खीर, घेवर का भोग लगाया गया।
गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर में झूला महोत्सव शुरू हुआ। भगवान लक्ष्मी जगदीश चारभुजानाथ और बिहारी जी की प्रतिमाओं की मंगला आरती की गई। पंचामृत अभिषेक करवाने के बाद लहरिया की पोशाक धारण करवा कर गर्भग्रह के बाहर जगमोहन में काष्ठ के झूलों में विराजमान किया गया। इस दौरान ठाकुर जी का श्रृंगार किया गया। लक्ष्मी जगदीश महाराज भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया तक झूलों में विराजेंगे। वहीं भगवान का लक्खी मेला सावन शुक्ला एकादशी को भरेगा।
महेश नगर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव राधा गोविंद मंदिर में झूला महोत्सव की नयनाभिराम झांकी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भजनों से ठाकुरजी की मनुहार की गई।