सनशाइन के अनुसार कार्यस्थल पर आज मिलजुल कर किए गए कार्यों में आर्थिक और बौद्धिक स्तर पर सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना रहेगी एक दूसरे के प्रति सम्मान और विश्वास से भरा आज का दिन टीम के रूप में कार्य करने को प्रेरित करेगा। इस तरह से सामूहिक परिश्रम से ऐसे विषयों में भी सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं, जिनमें पहले कई बार निराशा की स्थिति रही हो।
मून साइन के अनुसार आज का दिन इमोशनल विषयों को प्रैक्टिकल तरीके से समझने और उन पर सही निर्णय लेते हुए आगे बढ़ने का दिन रहेगा। कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़ सकते हैं , जिनमें भावनाएं पीछे छूट जाएं लेकिन भविष्य के लिए यह निर्णय बहुत ही अहम साबित हो।
टैरो कार्ड के अनुसार आज का कार्ड। द चेरियट के साथ सिक्स ऑफ वें ड्स है , इस के मायने हैं की आज के दिन आपकी विल पावर सेल्फ एसेसमेंट और अपने ऊपर हार्ड कंट्रोल के साथ पहले निर्धारित एम्स पर विक्ट्री पाते हुए अपने किए कार्य और प्रयासों के लिए सम्मान और रिकॉग्निशन मिलने का दिन है। आज आप अपने पर नियंत्रण रख सकें तो विशेष सफलता पा सकते हैं।
रिश्ते संबंधों के लिहाज से आने वाला सत्ता एक बेहतर सप्ताह हो सकता है,जिसमें एक और भावनात्मक ऊर्जा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहेगी वहीं दूसरी ओर समय और धन की उपलब्धता भी ठीक से बनी रहेगी। इस कारण किन्हीं खास मुद्दों पर तनाव रहित आनंद लिया जा सकेगा। सप्ताह के अंत में हो सकता है कि ऐसे लोगों से मुलाकात हो जो एक दूसरे को ऐसी सूचना दें जो संबंधों के लिए नकारात्मक हो , ऐसे में परिपक्वता का परिचय देकर तनावपूर्ण वार्ता को फिर कभी के लिए स्थगित करना उचित रहेगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में खिड़कियों की संख्या सम संख्या में होनी चाहिए 2 4 और 6 की संख्या में रखी गई खिड़कियां शुभ रहती हैं। उत्तर और पूर्व की तरफ अधिक खिड़कियां रखना घर में ज्ञान और धन के लिए अच्छा वातावरण तैयार करने में सहायक होती हैं। पश्चिम में छोटी खिड़कियां और दक्षिण में खिड़कियों को नहीं रखना या कम से कम रखना उचित रहता है।
मेष-जीवन बहुत छोटा है। समय रहते अपनी गलतियों का सुधार करें । कई दिनों से अटके मसले आज सुलझ सकते हैं । किसी प्रभाव कारी व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है ।
मीन – कानूनी अड़चने आ सकती हैं । किसी बात से बेचैन रहेंगे । तेल व्यापारी आज ज्यदा मुनाफा कमा सकेंगे । उच्चपद मिलने के योग है । नया व्यपार शुरू हो पाएगा ।
शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिलहिज-20
अयन: दक्षिणायण
ऋतु: वर्षा
मास: प्र. श्रावण (शुद्ध)
पक्ष: कृष्ण
शुभ मुहूर्त: आज देव-प्रतिष्ठा, विपणि-व्यापारारम्भ प्रसूतिस्नान, सगाई-रोका, आठवां पूजन, पुंसवन व सीमन्तकर्म उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में तथा विवाह का उत्तराभाद्रपद व रेवती दोनों नक्षत्रों में शुभ मुहूर्त हैं।
श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: 07-26 से दोपहर 12-32 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद 02-14 से अपराह्न 03-56 तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12-04 से दोपहर 12-59 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
आज जन्म लेने वाले बच्चे: आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (थ, झ, ञ, दे, दो) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मीन है। मीन राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं। सायं 07-29 तक जन्मे जातकों का जन्म लोहपाद से व इसके बाद जन्मे जातकों का जन्म स्वर्णपाद से है।
शुभ तिथि: सप्तमी भद्रा संज्ञक तिथि रात्रि 08-00 बजे तक, तदन्तर अष्टमी जया संज्ञक तिथि है। सप्तमी तिथि में विवाहादि मांगलिक कार्य, नाचना, गाना, वस्त्र, अलंकार, यात्रा, सवारी, विपणि व प्रवेश आदि विषयक कार्य और अष्टमी तिथि में वास्तु, विवाह, प्रतिष्ठा व शस्त्र धारण आदि कार्य करने योग्य हैं।
योग: शोभन नामक नैसर्गिक शुभ योग दोपहर बाद 02-43 तक, तदन्तर अतिगण्ड नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। अतिगण्ड नामक योग की प्रथम 6 घटी शुभकार्यों में त्याज्य है।
विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि नामक शुभ योग, राजयोग नामक शुभ योग तथा रवियोग नामक शक्तिशाली शुभ योग सूर्योदय से सायं 07-29 तक है।
करण: भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण प्रात: 08-56 तक, तदुपरान्त बव व बालवादि करण रहेंगे।
व्रतोत्सव: आज कालाष्टमी, पंचक, शीतला सप्तमी, (उड़ीसा) तथा गण्डमूल प्रारम्भ सायं 07-29 से।
चंद्रमा: चंद्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मीन राशि में है।
ग्रह राशि- नक्षत्र परिवर्तन: बुध पुष्य नक्षत्र में अन्तरात 03-41 पर प्रवेश।
दिशाशूल: रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति के अनुसार आज उत्तर दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।
राहुकाल (मध्यममान से): सायं 4-30 बजे से सायं 6-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
सोमवार-10,जुलाई: श्रावण वन सोमवार व्रत, पंचक सायं 06-59 तक तथा गण्डमूल दिवारात्रि।
मंगलवार-11,जुलाई: मंगला गौरी पूजा, गुरु हरकिशन जयन्ती (प्रा.मत से), केर पूजा (त्रिपुरा) विश्व जनसंख्या दिवस तथा गण्डमूल सायं 07-05 तक।
बुधवार-12,जुलाई: बुध उदय पश्चिम में रात्रि 1-33 पर तथा महापात अन्तरात 05-35 से।
गुरुवार-13,जुलाई: कामिका एकादशी व्रत सबका तथा महापात पूर्वाह्न 11-45 तक।
शुक्रवार-14,जुलाई: रोहिणी व्रत (जैन)
शनिवार-15,जुलाई: शनि प्रदोष व्रत तथा मास शिव रात्रि।
रविवार-16,जुलाई: श्रावण संक्रान्ति, सूर्य कर्क में प्रवेश अन्तरात 05-07 पर। पुण्य काल अगले दिन 17, जुलाई को।
सोमवार- 10,जुलाई: विवाह, गृह-प्रवेश, देव-प्रतिष्ठा, विपणि-व्यापारारम्भ, मशीनरी प्रारम्भ, सगाई व रोका, कूपारम्भ व हलप्रवहण आदि सभी रेवती नक्षत्र में।
मंगलवार-11,जुलाई: प्रसूतिस्नान-अश्विनी में।
बुधवार-12,जुलाई: सगाई व रोका-कृतिका नक्षत्र में।
गुरुवार-13,जुलाई: सगाई व रोका तथा गृह-प्रवेश का अतिआवश्यकता में (नक्षत्र त्याज्य दोष युक्त) कृतिका नक्षत्र में तथा विवाह रोहिणी में।
शुक्रवार-14,जुलाई: विवाह, गृह-प्रवेश, नामकरण, अन्नप्राशन, विपणि-व्यापारारम्भ, सगाई व रोका, शल्य चिकित्सा, प्रसूतिस्नान व कूपाराम्भ के रोहिणी नक्षत्र में।
शनिवार-15,जुलाई: गृह-प्रवेश, विपणि-व्यापारारम्भ तथा मुण्डन आदि के मृगशिर नक्षत्र में शुभ मुहूर्त हैं