कलक्टर अर्तिका शुक्ला व एसपी पूजा अवाना को यहां बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। कलक्टर जिला मुख्यालय पर लगातार सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर मैराथन मीटिंग ले रही हैं वहीं एसपी अवाना भी जिले में कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने को लेकर दौरे कर रही हैं। अन्य विभागों के अधिकारी भी जिला स्तरीय मिशन मोड पर काम कर रहे हैं। जिससे जिले के लोगों को राहत मिल सके।
विरासतों का दूदू
दूदू में 7 मनमोहक छतरियां हैं जहां लोग बैठ कर सुकून महसूस करते हैं। इन छतरियों में दूदू सुखी तलाई के पास बनी छतरी को दूदू की एक बुजुर्ग महिला सुखी माई ने बनवाया था। अन्य छतरियां दूदू राजघराने की बनाई हुई हैं।
प्राचीन मंदिर और मस्जिद
बताया जाता है कि दूदू का सबसे पुराना मंदिर दूदू बाग में स्थित महादेव का मंदिर है जो पहले चारभुजा नाथ का मंदिर हुआ करता था, जिसे बाद में नया दूदू बसने के बाद सदर बाजार में प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित किया गया। इसके अलावा दूदू बाग में स्थित देवनारायणजी, रघुनाथजी का मंदिर भी बहुत प्राचीन है। दूदू में गंगाजमुनी तहजीब देखने को मिलती है। दूदू की जामा मस्जिद भी बहुत प्राचीन है। यह मस्जिद दूदू के पुराने सदर बाजार में है।
यूं जानें दूदू जिला….
जयपुर से दूरी: 70 किलोमीटर
औसत ऊंचाई: 377 मीटर (1237 फीट)
कुल जनसंख्या: 3,13,008
उपखण्ड: 03
तहसील : 03
दूदू जिले में सम्मिलित कुल गांव: 246 राजस्व गांव
कुल ग्राम पंचायत: 60
पंचायत समिति: 3
कुल नगर पालिका: 1
भाषा (बोली): ढूंढाड़ी मारवाड़ी (बहुतायत में) हिन्दी
लोकसभा क्षेत्र: अजमेर
वाहन पंजीकरण: आरजे 47
जनसंख्या घनत्व: 203 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2011 के अनुसार)
साक्षरता दर: 61.98
दूदू जिले की जनसंख्या जर्मनी के शहर बोर्न के बराबर है।
पर्यटन स्थल: शिव सागर वाटिका धाम (पालोलिया नाड़ी) साखून, पुरातत्व गढ़ पैलेस साखून फोर्ट, छापरवाडा बांध, खाटु श्याम का मंदिर दूदू, दादू खोल भैराना की पहाड़ी बिचून, भूतों की बावड़ी मौजमाबाद (एक रात में निर्माण)।
चौरु में संत धन्ना भगत की जन्मस्थली
विशेष: आमेर शासक मानसिंह की जन्मस्थली मौजमाबाद – महत्यागी संत मोहन दासजी मोनी बाबा की तपस्या स्थली साखून
आधार कार्ड योजना की शुरुआत दूदू से हुई
राज्य का प्रथम मेट्रो अस्पताल दूदू में बना
प्रमुख मेला वीर तेजाजी मेला साखून, वीर तेजाजी मेला दूदू, मोहन महाराज का मेला खुडियाला
प्रमुख दरगाह: पीर अमीर अली शाह की दरगाह
500 वर्ष प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर मौजमाबाद ( गुफाओं का मंदिर)
न्याय का चबूतरा मौजमाबाद
52 चूल्हों की हवेली मौजमाबाद (निर्माता -मोतीलाल पंचोली)
फागी: प्राचीन नाम हीरापुर/हिम्मत नगर इसे अयोध्या नगरी भी कहा जाता था।
पद्मश्री से सम्मानित व्यक्ति: लक्ष्मण सिंह (लापोड़िया गांव) जल संरक्षण के लिए।