कुलगाम जिले के इल्काही देहाती बैंक मोहनपोरा में कार्यरत शाखा प्रबंधक विजय कुमार की बैंक खुलने के बाद 10 बजकर 51 मिनट पर बैंक में घूसकर गोली मारकर हत्या कर दी। विजय कुमार की कुल उम्र 26 साल थी। वह राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के निवासी थे। उन्हें आतंक के गढ़ दक्षिणी कश्मीर के कुलमाग जिले के आरह क्षेत्र में गोली मारी गई। विजय कुमार की पोस्टिंग पांच दिन पहले ही इस बैंक में हुई है। इससे पहले वह कुकुरनाग स्थित बैंक शाखा में तैनात थे। गौरतलब है कि इस साल जनवरी से अब तक कश्मीर में 17 लक्षित हत्या आतंकियों ने की हैं। इसमें से 11 लोग हिंदू थे।
केएफएफ ने ली जिम्मेंवारी
कुकरमुत्ते की तरह कश्मीर में उगे आतंकी संगठनों में से कश्मीर फ्रीडम फाइटर नाम के एक नए संगठन ने इस हत्या की जिम्मेंदारी ली है। केएफएफ प्रवक्ता वसीम मीर ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि इस बैंक मैनेजर के पास कश्मीर का निवास प्रमाण पत्र था। ऐसे में उसे मार दिया गया।
केएफएफ ने कहा है कि यह हत्या कश्मीर में बसने का सपना देख रहे लोगों की आंख खोलने के लिए काफी ळै। मोदी सरकार की शह पर अगर कोई कश्मीर की जनसंख्यिकी बदलने की कोशिश करेगा तो उसका यही अंजाम होगा। जमीन के बदलने जान की कीमत समझ में आना काफी है। अभी देर नहीं हुई है…
विजय कुमार की हत्या का वीडियों देखने पर साफ नजर आ रहा है कि इस हत्या में पिस्टल का प्रयोग किया गया है। पिछले तीन साल में बढ़े सुरक्षाबलों के दबाव के कारण पाकिस्तानी हथियार पहुंचने में कमी आई है। फिर आतंकियों ने सुरक्षाकर्मियों से हथियार छीने। इस पर भी काबू पा लिया गया अब आतंकियों की रणनीति ही बदल गई है। देश में बने देशी पिस्टल से आतंक फैला रहे हैं। इसे छिपाने में भी मेहनत नहीं करनी पड़ती। ऐसे असलहों को देश में कहीं से भी खरीदा जा सकता है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विजय कुमार की हत्या पर दुख जताते हुए लिखा है… ‘जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में कार्यरत हनुमानगढ़, राजस्थान के निवासी श्री विजय कुमार की आतंकियों द्वारा हत्या घोर निंदनीय है. मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिवार को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूँ.NDA सरकार कश्मीर में शांति बहाल करने में असफल रही है.केन्द्र सरकार कश्मीर में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. हमारे नागरिकों की इस तरह आतंकियों द्वारा हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी’