जमानत प्रार्थना पत्र में कहा गया था कि एफआईआर में नाम नहीं है। उसके मकान से तलवार बरामद होना बताया गया है, जो कि दुकान पर मीनाकारी करके शोपीस के तौर पर बिक्री के लिए रखी गई थी। एनआईए की ओर से जमानत का विरोध करते हुए कहा कि आरोपी ने घटना से पहले किए गए प्रदर्शन में मोहम्मद साहब के खिलाफ टिप्पणी करने वालों का सिर धड से अलग करने जैसे नारे लगाए थे। उल्लेखनीय है कि उदयपुर में 28 जून, 2022 को कन्हैयालाल की हत्या हो गई थी।