विधायक शर्मा ने चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी जिद के चलते इतने लोगों की असमय मौत हुई। अगर वे जिद पर नहीं अडते तो समाधान पहले ही हो जाता। उन्होंने कहा कि मेरे चिकित्सा मंत्री रहते हड़ताल हुई लेकिन डॉक्टरों पर दमनकारी नीति नही अपनाई गई।
विधायक शर्मा ने डॉक्टर नेता अजय चौधरी पर भी उठाए सवाल। उन्होंने कहा कि चौधरी ने खुद का तबादला तो सीकर करा लिया बाकी 11 डॉक्टरों को अकेला क्यों छोड़ दिया।
गौरतलब है कि जब डॉ. राजकुमार शर्मा चिकित्सा राज्य मंत्री थे तब दिसम्बर 2011 में भी सेवारत चिकित्सक समयबद्ध पदोन्नति एवं अन्य मांगों को लेकर करीब दो सप्ताह तक हडताल पर रहे थे। उस समय भी प्रदेश भर में सामान्य सरकारी अस्पतालों की स्थिति खराब हो गई थी।