हेल्थ डायरेक्टर डॉ रवि प्रकाश माथुर ने कहा है कि डरने की जरूरत नहीं है। सर्तक रहने व एडवाइजरी को ध्यान में रखने की जरूरत है। दो महीने के जिस बच्चे में एचएमपीवी वायरस के लक्षण मिले है। वह बच्चा अब स्वस्थ है। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। माथुर ने कहा कि चीन में इस वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसको लेकर राजस्थान में भी एडवाइजरी जारी की गई है। राजस्थान के सभी कंट्रोलिंग ऑफिसर को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है।
बता दें कि अहमदाबाद में डूंगरपुर के दो महीने के बच्चे में पुष्टि हुई है। बच्चे को सर्दी और तेज बुखार था। परिवार के लोग गुजरात के मोडासा लेकर गए, जहां बच्चे को आराम नहीं मिलने पर उसे अहमदाबाद के एक हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने बताया कि शुरुआत में उसे पांच दिनों तक वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। इसके बाद हुई कई जांचों में बच्चे के वायरस से संक्रमित होने की बात सामने आई। प्री मैच्योर डिलीवरी की वजह से बच्चे के फेफड़ों में इंजेक्शन भी लगाया गया था, लेकिन अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। डॉक्टर ने बताया कि इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है।
प्रदेश में इन जगहों पर होती है जांच… एचएमपीवी वायरस के संक्रमित मरीज की जांच के लिए प्रदेशभर में 5 जगहों पर सरकारी लैब है। ये 5 वीआरडीएल लैब एम्स जोधपुर, सवाई मानसिंह हॉस्पिटल जयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर और एस.एन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में उपलब्ध हैं। किसी भी हॉस्पिटल में इस वायरस के लक्षणों से संबंधित गंभीर रोगी सामने आने पर इन लैब में जांच करवाई जा सकती है।