राजस्थान के लिए कितना बड़ा खतरा है HMPV Virus, दो हेल्थ एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी
HMPV Virus: एक्सपर्ट्स ने कहा कि फेफड़े के पुराने मरीजों के लिए एचएमपीवी वायरस जोखिम भरा हो सकता है। श्वांस की बीमारी अधिक होती है। फेफड़े सफेद हो जाते हैं।
HMPV virus in Rajasthan: बेंगलूरु में दो संक्रमित मिलने के बाद अहमदाबाद में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) वायरस से संक्रमित पाया गया दो माह का बच्चा राजस्थान के डूंगरपुर जिले का है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। बच्चे के गांव में सर्वे का काम किया जा रहा है।
वहीं इस संबंध में सवाईमानसिंह अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. वीरेन्द्र सिंह और सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज के श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ.नरेन्द्र खिप्पल से जब ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर सवाल किए तो उन्होंने वायरस से बचने के संबंध में सुझाव दिए।
Q. राजस्थान में इस वायरस का कितना खतरा है?
अभी चीन से आ रही खबरें स्पष्ट नहीं है, लेकिन इतना जरूर है कि वहां अस्पताल भर गए हैं। मृत्यु दर को लेकर भी अभी स्पष्ट रिपोर्ट्स नहीं आई हैं। भारत में इसके प्रसार के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता
Q. लक्षण किस तरह के हैं, किन्हें अधिक खतरा है?
एचएमपीवी वायरस के लक्षण जुकाम, खांसी और बुखार की तरह हैं। बच्चों और वृद्धजनों को अधिक खतरा है
Q. वायरस की गंभीरता कितनी है?
फेफड़े के पुराने मरीजों के लिए यह जोखिम भरा हो सकता है। श्वांस की बीमारी अधिक होती है। फेफड़े सफेद हो जाते हैं। निमोनिया बिगड़ सकता है। जरूरी जांच और इलाज पर रिसर्च चल रही है।
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Q. सावधानी किस तरह बरतें?
सावधानी में मास्क लगाना और हाथ धोना है। फ्लू का मौसमी बदलाव इस बार बढ़ गया है।
अधिक पैनिक होने की जरूरत नहीं
चिकित्सा विभाग का मानना है कि यदि सावधानी बरती जाए, तो इस वायरस पर नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसे में अभिभावकों को अधिक पैनिक होने की जरूरत नहीं है।