अस्पताल अधीक्षक कैलाश मीणा ने कहा कि फायर विभाग की ओर से जेके लोन अस्पताल को बदनाम किया जा रहा है। सीएफओ झूठ बोल रहे हैं। हमारे स्टाफ ने सभी बच्चों को करीब 10 मिनट के अंदर में वहां दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। जब फायर विभाग की टीम आई तब तक हमारे स्टाफ ने आग पर काबू पा लिया था, वहां केवल धुआं था। वहीं सीएफओ देवेंद्र ने कहा कि जब हमारी टीम मौके पर पहुंची तब वहां पर स्टाफ के लोग सब कुछ छोड़ कर जा चुके थे। हमारी टीम ने आग पर काबू पाया।
यह था मामला..
जे के लोन अस्पताल में सोमवार रात को प्रीफेब वार्ड वार्ड में अचानक आग लग गई। जिसकी वजह से अस्पताल में अफरातफरी मच गई। आग के कारण तीसरी मंजिल पर धुआं ही धुआं फैल गया। जिसके कारण मरीज बच्चों के परिजन घबरा गए। सूचना मिलने पर दमकलें मौके पर पहुंची। आग की सूचना मिलने पर अस्पताल प्रशासन के सभी अधिकारी व कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे। जहां से 60 से ज्यादा बच्चों को दूसरे वार्डों में तत्काल शिफ्ट कर उनकी जान बचाई गई।