पत्रकारिता की विभिन्न विधाओं में श्रेष्ठ रहने वाले पत्रिका टीम के सदस्यों को भी पुरस्कृत किया जाएगा। यह समारोह 4 जनवरी को जयपुर में होगा। पं. झाबरमल्ल शर्मा की स्मृति में वर्ष 1992 से शुरू हुई इस व्याख्यानमाला को देश के वरिष्ठ पत्रकार, चिंतक और प्रबुद्धजन संबोधित करते रहे हैं।
सृजनात्मक साहित्य पुरस्कारों के तहत कहानी में पहला पुरस्कार जयपुर की उमा की कहानी ‘सपना’ और कविता में पहला पुरस्कार जोधपुर के कुलदीप सिंह भाटी की कविता ‘पूर्णता की ओर’ को दिया जाएगा। कहानी में दूसरा पुरस्कार रायपुर (छत्तीसगढ़) के संजय दुबे की कहानी ‘अंतिम संस्कार’ और कविता में दूसरा पुरस्कार मुरैना (मध्यप्रदेश) के अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’ को ‘सावन के दोहे’ के लिए दिया जाएगा।
ये कहानी व कविताएं पत्रिका समूह के परिशिष्टों में वर्ष 2024 के दौरान प्रकाशित हुई थीं। इस साल कहानी और कविता के निर्णायक मंडल में इंदौर के मनीष वैद्य, महासमुंद (छत्तीसगढ़) की डॉ. चंद्रिका चौधरी, बांसवाड़ा के भरतचंद्र शर्मा, भिलाई के परमेश्वर वैष्णव, भोपाल की श्रीमती नीलेश रघुवंशी और कोटा के रामनारायण मीणा हलधर शामिल थे।