इससे एक दिन पहले मंगलवार को मंदिर परिसर को जनकपुर का स्वरूप दिया गया। जहां कई तरह की दुकानें सजाई गई। मंदिर में श्रीराम के नगर दर्शन का चरित्र साकार हुआ, जिसके तहत श्रीरामजी और लक्ष्मणजी मिथिला दर्शन को निकले और मिथिला में सारे बाजार का दर्शन किया। सारे मिथिला वासी दोनों भाइयों के रूप को देख कर मंत्र मुग्ध जो गये एवं सभी नारियां मन ही मन गौरी गणेश को मनाने लगी कि यह किशोर सिर्फ सीता जी के ही लायक है और श्रीरामजी और सीताजी का विवाह हो जाये।
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कल साकार होगा धनुष यज्ञ प्रसंग
महोत्सव में गुरुवार को धनुष यज्ञ प्रसंग साकार होगा। इससे पहले अयोध्या नगरी में विवाह निमंत्रण दिया जाएगा। महोत्सव में एक दिसंबर को श्री ठाकुरजी का सगाई तिलक समारोह व मेंहदी उत्सव, मटकोर पूजन आदि कार्यक्रम होंगे। वहीं 2 दिसंबर को बारात निकासी, फेरे, भावरी उत्सव व सिंदूर दान उत्सव का आयोजन होगा।