अवैध निर्माण के हालात ड्रोन सर्वे में कैद हैं। इन तस्वीरों के आने के बाद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। ड्रोन सर्वे में एक हजार ऐसे अवैध निर्माण के गंभीर मामले सामने आए हैं जिनसे परकोटे के मूल स्वरूप को खराब किया गया है। सर्वे में अवैध निर्माण की तस्वीरों को नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल से लेकर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता और निगम अफसर कई बार देख चुके हैं। निगम चुनाव तक परकोटे में नोटिस देकर अफसर बैठे बिठाए कोई विवाद मोल नहीं लेना चाहते हैं।
मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में हुई राज्य स्तरीय हैरिटेज कमेटी की बैठक में हवामहल विधायक डॉ. महेश जोशी ने भी परकोटे की दीवार की मौजूदा स्थिति को लेकर कहा था कि दीवार की नींव को चूहे खराब कर रहे हैं। दीवार कई जगह कमजोर हुई है। ऐसे उपाय किए जाएं कि दीवार को खोखला कर रहे चूहों से छुटकारा मिले। निगम अधिकारियों का कहना है कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनने के बाद दीवार के जीर्णोद्धार पर आने वाले खर्च का पता चलेगा। अधिकारियों का कहना है कि जीर्णोद्धार में यह ध्यान रखना भी जरूरी होगा कि दीवार के मौजूदा स्वरूप को किसी तरह का का कोई नुकसान नहीं हो। ड्रोन सर्वे में भी इस दीवार के सहारे अतिक्रमण और अवैध निर्माण की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। अब इनपर कार्रवाई की जाएगी।
अरुण गर्ग, अतिरिक्त आयुक्त, नगर निगम