राजधानी के बाजारों ने अलग-अलग वस्तुओं के लिए अपनी पहचान बनाई है। इनमें हैंडीक्राफ्ट के आयटम सबसे अधिक है। कुछ लोगों का ये पुश्तैनी काम भी है, जो अभी भी बरकरार है। जयपुर के बाजारों की ट्रेडिशनल वस्तुओं के साथ जयपुरी जूतियां, रजाइयां, बर्तन, ज्वैलरी, मीनाकारी के आयटम, सांगानेरी बैडशीट्स, फर्नीचर, लाख के आयटमों के लिए पहचान है। हवामहल बाजार में ट्रेडिशनल वस्तुओं के साथ राजस्थानी कपड़े, बेडशीट, मीनाकारी के आयटम व ज्वैलरी की दुकाने हैं, चौड़ा रास्ता ने जयपुरी रजाई के लिए अपनी पहचान बनाई है। जड़ियों के रास्ते में मीनाकारी ज्वैलरी का जाना पहचाना नाम है। आमेर रोड पर कई बड़े-बड़े शोरूम है, जहां एंटिक ज्वैलरी, जेम स्टोन, कुंदन मीनाकारी के आयटम, पेंटिंग्स, लेदर आयटम, ब्लू पोटरी व मार्बल के छोटे-छोटे आयटम का कारोबार हो रहा है।
किस बाजार में क्या खास
– लाख की चूड़ियां – झोटवाड़ा, शास्त्री नगर, नाहरगढ़ रोड, मनिहारों का रास्ता
– जयपुरी जूतियां – हवामहल बाजार, बड़ी चौपड़, रामगंज बाजार, नेहरू बाजार, बापू बाजार,
– लाख के हैंडीक्राफ्ट के आयटम – बाबू बाजार, हवामहल बाजार, आमेर रोड, नेहरू बाजार
– पीलत के बर्तन – त्रिपोलिया बाजार व ठठेरों का रास्ता
– जेम स्टोन ज्वैलरी – गोपालजी का रास्ता
– कुंदन मीनाकारी के आयटम – जड़ियों का रास्ता
– सांगानेरी प्रिंट की बेडशीट, लहंगे, कुर्तियां व कपड़े – सांगानेर व हवामहल बाजार, जौहरी बाजार, बापू बाजार व नेहरू बाजार
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इन देशों में जा रहे जयपुर के उत्पाद
अमरीका, इंग्लैंड, जर्मनी, इटली, स्पेन, फ्रांस सहित सभी यूरोपियन देशों में जयपुर के उत्पाद अधिक पसंद किए जा रहे है।
विदेशों में कारोबार
जयपुर में हैंडीक्राफ्ट का बड़ा कारोबार है। लाख व लकड़ी के हाथी, घोड़े, जयपुरी जूतियां, रजाइयां, ज्वैलरी की अच्छी खपत हो रही है। जयपुर शहर से सालाना करीब 5 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार विदेशों में हो रहा है।
सुभाष गोयल, अध्यक्ष जयपुर व्यापार महासंघ