जयपुर शहर को 2019 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर शहर की सूची में शामिल किया, इसमें इस इमारत का भी योगदान रहा। यूनेस्को की टीम ने इस इमारत को भी जीवंत हैरिटेज माना।
इमारत को लेकर केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने 27 जुलाई 2018 को पुरस्कृत किया। इंडिया स्मार्ट सिटीज प्रतियोगिता में संस्कृति और अर्थव्यवस्था श्रेणी में यह पुरस्कार मिला।
पहले इस इमारत में महाराजा स्कूल ऑफ आर्ट्स चलता था, तब यह कला और शिल्प सीखने का केंद्र रहा।
पूर्व अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक चन्द्रशेखर पाराशर का कहना है कि विरासत को जानने के लिए म्यूजियम अच्छा माध्यम है। म्यूजियम बनाने के साथ आर्ट गैलेरी के माध्यम से स्थानीय कला व क्राफ्ट को भी यहां प्रदर्शित किया जा सकता है। इससे टूरिज्म और इकोनॉमी दोनों को बढ़ावा मिलेगा। राजस्थान के अन्य म्यूजियम की ऑनलाइन झलक यहां दिखाई जा सकती है।