मौके पर ही दोनों की मौत
हादसा ( Jaipur Car accident ) इतना भयानक था तीन कारों के पीछे खड़े बाइक सवार दो सगे भाई पुनीत कुमार पाराशर और विवेक पाराशर हवा में उछलते हुए करीब 70 फीट दूर चौराहे की तरफ जा गिरे। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। घटना में कार चालक की मां समेत 5 लोग घायल हो गए।
धमाके की आवाज सुन दौड़े पुलिसकर्मी
हादसे के बाद पहले तो लोग समझ ही नहीं पाए। टक्कर के बाद धमाके की आवाज सुन चौराहे पर बैठे ट्रैफिक पुलिसकर्मी दौड़े। उन्होंने लोगों को संभाला और एंबुलेंस बुलवाकर अस्पताल भिजवाया और आरोपी कार चालक सवाईमाधोपुर हाल मानसरोवर हीरापथ निवासी वीरेंद्र जैन को पकड़ लिया।
ब्रेक की जगह दबा दिया एक्सिलेटर
वीरेन्द्र जैन अपने पिता की एमआरआइ कराने के लिए एसएमएस अस्पताल जा रहा था। तभी जेडीए चौराहे पर रेड लाइट होते देख कार के ब्रेक लगाने की बजाय एक्सिलेटर पर पैर रख दिया। इससे तेज रफ्तार कार ने सामने खड़े वाहनों को रौंद दिया। पुलिस पूछताछ में वीरेन्द्र ने बताया कि उसे कार चलाना अधिक नहीं आता है। अब सवाल है कि आरोपी का परिवहन विभाग में लाइसेंस कैसे बन गया?
कैमरे में कैद हुआ पूरा घटनाक्रम
जेडीए सर्किल पर जिस वक्त हादसा हुआ तब काफी तादाद में लोग मौजूद थे। जिसने भी इस खौफनाक हादसे को देखा वह सिहर उठा। ट्रैफिक पुलिस के कैमरों में पूरा घटनाक्रम कैद हो गया। इसमें बाइक सवार दोनों भाई हवा में उछलते नजर आए। जहां इस हादसे के वीडियो ( Jaipur accident Video ) देख कर लोगों के जेहन में आक्रोश नजर आया।
तड़पते लोगों के नजदीक से निकलते रहे लोग
वहीं, एेसा मंजर भी लोगों ने देखा कि हादसे ( Jaipur Sadak Hadsa ) के बाद जब पीड़ित लोग सड़क पर पड़े हुए तड़प रहे थे तो रामबाग सर्किल की ओर से आने वाले ट्रैफिक में लोगों ने रोकने की बजाय उनके नजदीक से वाहन निकाले और अपने रास्ते पर चलते दिखे। मानवता के नाते ही सही तड़पते व्यक्ति को देखकर उठाने या बचाने का प्रयास तो करते, लेकिन जल्दबाजी में नजर आने वाले लोगों ने सड़क के बीच पड़े इंसानों को भी नहीं देखा। लोगों ने इतनी भी मानवता नहीं रही कि दोनों भाइयों को उठाकर अस्पताल पहुंचा सकें।