बहलाते भी क्यों ना वे अपनों के बीच जो मौजूद थे। मौका था अम्बेडकर सर्किल स्थित एसएमएस इनवेस्टमेंट ग्राउण्ड पर रविवार को शुरू हुई भारतीय सेना की प्रदर्शनी का। प्रदर्शनी में सेना ने अपने अधिकतर हथियार और उपकरणों का प्रदर्शन किया है। बच्चे-बुजुर्ग से लेकर युवा उत्साह से हथियारों को देख-छू रहे थे, उनके बारे में जान रहे थे। रौबीले और कड़क जवान बेहद स्न्हे और विनम्रता से उनके सवालों के जवाब दे रहे थे।
प्रदर्शनी का उद्घाटन दक्षिण पश्चिम (सप्तशक्ति) कमान के मेजर जनरल (आर्टलरी) पीपी प्रकाश सिंह ने किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भाीतय सेना को जानो अभियान के तहत लगाई गई यह प्रदर्शनी आमजन के लिए बेहद लाभकारी रहेगी।
सेना-आमजन का जुड़ाव अधिक मजबूत होगा। तमंचे से लेकर तोप को छुआ-देखा और जाना प्रदर्शनी में तमंचे से लेकर तोप तक प्रदॢशत की गई है। सिविल, आपदा और युद्ध के समय काम आने वाले हथियार-उपकरण सामग्री को अलग-अलग स्टॉल लगाकर डिस्पले किया गया है। जिनमें विशेषज्ञ वहां विजिटर्स की जिज्ञासाओं को जवाब देकर शांत कर रहे थे।
प्रदर्शनी में पिस्टल, गन, एलएमजी, रॉकेट लांचर, मिसाइल लांचर, राडार, डबल-मल्टी बैरल गन, बोफोर्स-विनाशक तोप, कॉम्बेट व्हीकल ‘सारथ’, टैंक सहित युद्ध व आपदा में काम आने वाले उपकरणों को डिस्पले में रखा गया था।
कैरियर के रूप में सेना को चुनने को लेकर युवाओं को जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही थी। इसके लिए अलग से कियोस्क स्थापित किया गया था। इस दौरान आर्मी के बैंड ने मधुर स्वर लहरियां बिखेरी तो डॉग-ऊंट ने अपने प्रदर्शन से सेना के उच्च अनुशासन को प्रदर्शित किया। मल्लखंभ पर सेना के जवानों के हैरतअंगेज करतब दिखाकर वाहवाही लूटी।