बताया जा रहा है कि 500-500 रुपए की गड्डियों के रुप में एक करोड़ 40 लाख कैश जमा थे। फिलहाल आयकर अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। नोटों को गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। आयकर विभाग ने करीब 80 लॉकर्स को संवेदनशील माना है।
गौरतलब है कि गणपति प्लाजा में करीब 1100 लॉकर है, इनमें से 540 लॉकर एक्टिव नहीं है। कुछ लॉकर्स ऐसे मिले हैं, जिनके मालिक का नाम और पता नहीं है। 13 अक्टूबर को भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया था कि इन लॉकरों में करोड़ों का काला धन रखा है।
मीणा के दावे के बाद आयकर व ईडी की टीम ने गणपति प्लाजा पहुंचकर जांच की। शनिवार को भी कई लॉकर्स मालिकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग के अधिकारी लॉकर मालिकों से पूछताछ कर रहे हैं।