हमउम्र बच्चों के लिए एक मिसाल बनी इनाया ( jaipur news ) सात वर्षीय इनाया ख़ान ने अपने बलबूते पर आज वो मुक़ाम हासिल कर लिया है जो उसके हमउम्र बच्चों के लिए एक मिसाल बन गया है। नन्हीं इनाया ने महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश का आभार व्यक्त किया है।
महज चार साल की उम्र में की शुरूआत इनाया कि मम्मी डॉ बेनजीर खान ने बताया कि इनाया के इस सफ़र की शुरुआत महज चार साल की उम्र में हुई। तब से उसे सामाजिक कार्यों में खासी दिलचस्पी थी। फिर चाहे वो ग़रीब बच्चों की परेशानियां हो या फिर बेटियों के होने वाला बुरा बर्ताव। उसको बहुत बुरा लगता था जब किसी बेटी के साथ केवल लड़की होनेे के कारण दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता। टीवी और न्यूज़ पेपर में ये सब देखकर उसका कोमल मन रोने लगता। इनाया ने यहीं से सामाजिक कार्यों की शुरुआत की। ग़रीब लोगों को ख़ाना खिलाना उनके बच्चों की हर तरह से मदद करना इनाया का शौक बन गया।
लक्ष्य में कामयाबी के लिए सॉग व शॉर्ट मूवी का रास्ता चुना अपने लक्ष्य में आगे बढने के लिए इनाया ने एक नई शुरूआत की। सॉग व शॉर्ट मूवी में एक्टिंग कर बेटियों से जुड़े मुद्दों को उठाया और लोगों को जागरूक करना शुरू किया। उसकी इस लगन को देखते हुए परिवार वालों और समाज के लोगों ने उसके नेक काम में साथ दिया। पिछले तीन सालों से इनाया ख़ान ‘बेटी बचाओ’ मुद्दे पर काम कर रही हैं।