– सभी अधिकारी सुबह समय पर कार्यालय आएं और पूरे दिन कार्यालय में रहें। – अवैध खनन का अभियान भले ही पूरा हो चुका है, लेकिन अवैध खनन माफियाओं पर कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए।
– अपराधियों पर सख्ती हो, जिससे भयमुक्त माहौल बने।
– भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं। – नियमित रूप से जनसुनवाई सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
– हर घर नल से जल हमारी प्राथमिकता, जल जीवन मिशन को गति दें।
– लंबित मामलों की सूची बनाकर उनकी नियमित मॉनिटरिंग करें। – कलक्ट्रेट, उपखंड कार्यालयों, तहसील कार्यालयों और नगरपालिकाओं में ई-फाइल प्रणाली को क्रियान्वित करें, ताकि अधिकतम फाइलों का निपटारा हो।
– किसानों को रबी सीजन में सुचारू रूप से बिजली की उपलब्धता रहे।
– समय-समय पर चिकित्सालयों व विद्यालयों का औचक निरीक्षण हो। – निरक्षरता को घटाने का प्रयास करें तथा शिक्षा की गुणवत्ता की समीक्षा करें।
– नियमित रूप से श्रीअन्नपूर्णा रसोई का भी औचक निरीक्षण किया जाए।
– आमजन को त्वरित न्याय मिले और सुगमता से उसकी एफआईआर दर्ज हो। – पुलिस थानों में पीड़ित लोगों के लिए सकारात्मक वातावरण बनें, पीड़ित के साथ संवेनदशीलता के साथ व्यवहार किया जाए।
– सोशल मीडिया की वजह से उत्पन्न होने वाली अप्रिय स्थिति को रोकने पर भी ध्यान केन्द्रित करें।
– जिला पुलिस अधीक्षक थानों का निरीक्षण करें तथा नियमित रूप से सीएलजी की बैठक करें।
– प्रदेशभर की जेलों का औचक निरीक्षण किया जाए। – जेलों में मोबाइल के उपयोग पर प्रभावी रोक लगाई के लिए अत्याधुनिक जैमर लगाए जाएं।
– अन्य राज्यों से आने वाले अपराधियों व अवैध हथियारों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाएं।
कलक्टर बिजली को लेकर बोले, तो उच्च अधिकारियों ने टोका वीसी के दौरान नागौर कलक्टर से कृषि के लिए बिजली देने का टाइम पूछा तो छह की जगह वे 9 घंटे बोल गए। इस पर सीएम ने कहा कि शायद आपको ध्यान नहीं है। मुख्य सचिव ने भी कलक्टर को टोक दिया और कहा कि ठीक से पता करें कि कितने घंटे बिजली आ रही है। सोमवार को होने वाली जिला स्तरीय बैठक नियमित रूप से करें, जिससे जिले की िस्थति के बारे में पता चले। झालावाड़ कलक्टर से भी कई मुद्दों पर सीएम की बात हुई।