द्रोपदी नहीं हूं… मुझे अपनी रक्षा के लिए बाहरी श्रीकृष्ण की आवश्यकता नहीं हैं। मैं अगर धरने पर बैठी तो रात को तीन बजे हाथ पकड़कर उठा नहीं पाओगे। आप ने मीणा समाज के नेता को आतंकी कहा, जाट की बेटी का चरित्र हनन किया। मैनें जब आतंकी कहने का विरोध किया तो इन्होंने मेरे इलाके की 44 सड़कों को रदद कर दिया।
मत इतराइए,मिनस्ट्री उधार की है…
शांतिधारीवाल जी इतना मत इतराइए आपके पास मिनिस्ट्री उधार की है। गुर्जर, मीणा और जाट कांग्रेस के वोट बैंक हैं। 6 महीने बाद चुनाव में जाने वाले हैं। कहीं आपने यह तो नहीं सोच लिया है कि हम तो डूबेंगे ही सनम आपको भी ले डूबेंगे।
ये तो आलाकमान को भी चुनौती दे सकते हैं
दिव्या मदेरणा यहीं नही रूकी उन्होंने शांति धारीवाल के उस प्रकरण को भी छेड़ दिया जिसमें उन्होंने आलाकमान से उलट जाकर राजस्थान में मुख्यमंत्री बदले जाने का विरोध किया था और लामबंदी की थी। मदेरणा ने कहा ये तो आलाकमान को भी चुनौती दे सकते हैं। वह तो छोटी सी कार्यकर्ता हैं।
रंधावा साहब ने इस्तीफे वापस कराए, नहीं मंजर कुछ और होता
सचिन पायलट प्रकरण को भी दिव्या मदरेणा न लपेटते हुए कहा कि वह उस महफिल का हिस्सा नहीं थी। यह तो रंधावा साहब को धन्यवाद कि सारे इस्तीफे वापस करवाए वरना मंजर कुछ और होता। इसके बाद दिव्या ने शायराना अंदाज में कहा…मुझे मत तंग कीजिए,मैने 10 साल दोजख को देखा है। गलत में हां से हां मिलाना मेरी विरासत में नहीं है।