इन देशों की औद्योगिक गतिविधियों में इन संगठनों का बड़ा रोल है। इनकी राइजिंग राजस्थान समिट में प्रदेश के उद्योगपतियों से मीटिंग होगी, ताकि उद्योगपति अपने स्तर पर भी एक-दूसरे देशों में आसानी से व्यापार कर सकें। हालांकि, इन संगठनों को प्रदेश के औद्योगिक, माइनिंग क्षेत्रों व अन्य जगहों की विजिट कराई जाए तो चर्चा परिणाम में आसानी से बदल सकती है। प्रदेश के औद्योगिक संगठनों ने सरकार को इसकी जरूरत भी जताई है। इनके जरिए प्रवासी राजस्थानियों को जोड़ने की राह आसान होगी। किसी इन्वेस्टमेंट समिट में पहली बार है जब इतने औद्योगिक संगठन आ रहे हैं। समिट 9 से 11 दिसम्बर को जयपुर में होगी।
ये बड़े औद्योगिक संगठन आएंगे -कोरियन स्टोन एसोसिएशन -जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन -जापान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री -कॉमनवेल्थ एंटरप्राइज एंड इन्वेस्टमेंट काउंसिल -इंडो स्पेन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, स्पेन
-डॉयचे गेसेलशाफ्ट फर इंटरनेशनेलज़ुसामेनार्बेट -इंडो जर्मन चैम्बर ऑफ कॉमर्स, जर्मनी -सिंगापुर बिजनेस फैडरेशन -सिंगापुर इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स -ऑस्ट्रेलियन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट कमिशन -यूएस-इंडियन स्ट्रेजेटिक पार्टनरशिप फोरम -यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल
-इंडिया-यूएस एसएमई बिजनेस काउंसिल इन सेक्टर में निवेश की और बनेगी संभावना सिंगापुर से शहरी प्लानिंग और तकनीक, स्विट्जरलैंड से टेक्नोलॉजी, जापान से ऑटो सेक्टर व इंजीनियरिंग गुड्स, दक्षिण कोरिया से पेट्रो केमिकल, यूके से मेन्यूफेक्चरिंग, स्पोर्ट्स, शिक्षा, ऑस्ट्रेलिया व डेनमार्क से वाटर इन्फ्रास्ट्रक्चर, जर्मनी का ऊर्जा क्षेत्र, ब्राजील से एक्सपोर्ट और बिजनेस ट्रेड बढ़ने की संभावना है। इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन एंड मेन्यूफेक्चरिंग को लेकर भी प्रयास चल रहे हैं।
फैक्ट फाइल -25 लाख करोड़ के हुए एमओयू अब तक -18 लाख करोड़ का निवेश अकेले ऊर्जा क्षेत्र में आएगा राइजिंग राजस्थान समिट में मिलेट फूड्स को दिया जाएगा बढ़ावा: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के आयोजन से पहले दस दिन तक रोजाना एक नए संकल्प लेने की पहल के तहत तीसरे दिन शनिवार को राइजिंग राजस्थान समिट में स्वस्थ राजस्थान का संदेश देते हुए मिलेट फूड्स (मोटा अनाज) को बढ़ावा दिए जाने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रदेश को निवेश में अग्रणी बनाने के साथ ही प्रदेश की कला और संस्कृति को नई पहचान दिलाना है। प्रदेश मोटे अनाज के उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। स्वाद और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की दृष्टि से राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट में मिलेट फूड को शामिल किया जाएगा।