यूं समझे गणना
ज्योतिषाचार्य पं. दोमादर प्रसाद शर्मा ने बताया कि सूर्यास्त के 12 मिनट पहले और 12 मिनट बाद तक गोधूली बेला रहती है। होलिका दहन प्रदोषकालयुक्त गोधुली बेला में करना शास्त्र सम्मत है। प्रदोषकाल सूर्यास्त के दो घंटे बाद तक रहता है। 6 मार्च को सूर्यास्त शाम 6.26 बजे होगा। 7 मार्च को सूर्यास्त 6.27 बजे होगा, जबकि इससे पहले शाम 6.10 बजे पूर्णिमा समाप्त हो जाएगी। इस वजह से 6 को ही होलिका दहन किया जाएगा। इसी तरह 6 मार्च को प्रदोषकाल में पूर्णिमा शाम 6.27 बजे से 6.39 बजे तक रहेगी। इस बीच शाम 4.18 बजे से दूसरे दिन 7 मार्च को तड़के 5.14 बजे तक भद्रा रहेगी। इस बार राजस्थान सहित देश में अधिकांश जगहों पर भद्रा के साए में होलिका दहन होगा।
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होलिका दहन का समय जयपुर, कोटा – शाम 6.26 से 6.38 बजे तकजोधपुर – शाम 6.39 से 6.51 बजे तक
उदयपुर, बीकानेर :- शाम 6.36 से 6.48 बजे तक
अजमेर – शाम 6.31 से शाम 6.43 बजे तक
श्रीगंगानगर – शाम 6.33 से शाम 6.45 बजे तक
दिल्ली – शाम 6.20 से 6.32 बजे तक