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जयपुर

तेज गति, स्टेयरिंग पर बेपरवाह हाथ और खून से लाल होता एलिवेटेड रोड

यातायात को सुगम बनाने के लिए बनाया गया एलिवेटेड मॉनिटिरिंग के अभाव में हादसों का गढ़ बनाता जा रहा है। सोडाला से झोटवाड़ा तक के लोगों के लिए राह का साथी बने एलिवेटेड रोड पर तेज गति और स्टेयरिंग पर बेपरवाह हाथ हर दिन सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं।

जयपुरJun 24, 2023 / 08:29 pm

Devendra

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जयपुर। यातायात को सुगम बनाने के लिए बनाया गया एलिवेटेड मॉनिटिरिंग के अभाव में हादसों का गढ़ बनाता जा रहा है। सोडाला से झोटवाड़ा तक के लोगों के लिए राह का साथी बने एलिवेटेड रोड पर तेज गति और स्टेयरिंग पर बेपरवाह हाथ हर दिन सड़क हादसों का कारण बन रहे हैं। पिछले छह माह में यहां हादसों में आधा दर्जन से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं, लेकिन इन हादसों को रोकने के लिए किसी भी स्तर पर गंभीरता नजर नहीं आ रही है। पुलिस की भूमिका हादसों में मरने वालों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने तक की हो गई है।

तेज घुमाव और बेलगाम रफ्तार बन रही मौत का कारण
एलिवेटेड पर अजमेर रोड से झोटवाड़ा तक तीन घुमाव आते हंै। घुमाव पर वाहन चालकों के लिए सूचनापट्ट भी लगा रखे हैं , लेकिन बेलगाम दौड़ रहे वाहनों की गति पर इनका कोई फर्क नजर नहीं आता। मार्ग में कोई स्पीड मीटर नहीं होने गति पर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। अब तक हुए हादसों में ज्यादातर जनहानि तेज घुमाव पर हुई है। साथ ही भारत जोड़ो सेतू और एलिवेटेड के साथ मिलने की जगह पर भी दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।

स्पीड 40 किमी, वाहन दौड़ रहे 100 की गति से
एलिवेटेड और भारत जोड़ो सेतु पर कई जगह वाहनों की स्पीड को लेकर सूचना पट्टी लगी हुई है, जिनमें वाहन को अधिकतम स्पीड 40 किमी तय की गई है, लेकिन निगरानी के अभाव में लोग 100 से अधिक की स्पीड में वाहनों को दौड़ा रहे हंै। कुछ समय के लिए यहां निगरानी के लिए पुलिसकर्मी भी तैनात किया गया था, लेकिन वह भी अब दिखाई नहीं देता।

सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाए
लगातार बढ़ते हादसों के बीच कई जागरुक लोगों ने पुलिस और जेडीए को पत्र लिख कर एलिवेटेड पर पुलिस जाब्ता और सीसीटीवी लगाने की मांग भी की है। लेकिन इस समस्या पर आज तक प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि प्रदेशभर में सड़क हादसों में बढोत्तरी पर खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चिंता जता चुके हंै। सीसीटीवी नहीं होने से पुलिस को भी हादसों के कारण पता लगाने में परेशानी आती है। खुद पुलिस भी इस बात को मान चुकी है कि अगर एलिवेटेड रोड पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएं तो हादसों में कमी आएगी।

ये हो चुके है हादसे –
– नवम्बर 2020 में कार से परीक्षा देने जा रहे युवक की मौत
– अक्टूबर 2022 स्कूटर सवार की मौत
– सितंबर 2022 में बाइक सवार की मौत
– दिसंबर 2022 में सड़क हादसे में युवक की मौत
– मार्च 2023 अलग—अलग हादसों में बाइक सवार दो युवकों की मौत, दो घायल

– एलिवेटेड रोड पर आए दिन हादसे होते रहते हैं। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे और स्पीड ब्रेकर लगवाने चाहिए, जिससे लिए कोई जनहानि नहीं हो।
गजेंद्र वर्मा, मुरलीपुरा

– लगातार हो रहे हादसों पर जेडीए में हादसे रोकने के लिए रूपरेखा बनाई थी, जिसमें बड़े साइन बोर्ड लगाना, स्पीड ब्रेकर, कैमरे इत्यादि है। अगर इन सब पर अमल लाया जाता है तो एलिवेटेड रोड पर दुर्घटनाओं में कमी आयेगी।
रोजेंद्र सिंह, झोटवाड़ा

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