मंडी में भले ही प्याज के दाम अत्यधिक न्यूनतम स्तर पर चले गए हो, लेकिन प्याज के नाम पर मुनाफाखोरी भी जमकर हो रही है। मंडी में 1 से 5 रुपए तक में किसान का नीलाम हो रहा प्याज, बाजार में आम आदमी को 15 से 20 रुपए प्रतिकिलो में मिल रहा है। ऐसे में प्याज के नाम पर किसान भी परेशान हो रहा है और आम आदमी द्वारा बाजार में चुकाई जा रही कीमत का लाभ भी किसानों को नहीं मिल रहा है।
खेत में लगाने से लेकर पूरी फसल तैयार होने तक दवाई से लेकर निकालने और फिर उसे मंडी लाने तक किसानों की जितनी राशि खर्च होती है उतनी राशि भी किसान को नहीं मिल पा रही है। मंडी में आने का भाड़ा तक पूरा नहीं हो रहा है। ऐसे में किसानों को प्याज की फसल से निराशा हाथ लगई है।