दरअसल, डोटासरा का यह बयान उपचुनावों से ठीक पहले आया है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार में जनता की समस्याओं के निवारण के लिए ठोस व्यवस्था की कमी पर भी सवाल उठाए।
‘उपचुनाव में BJP की होगी हार’
प्रेस वार्ता के दौरान डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी। इसका बड़ा कारण यह है कि भाजपा सरकार ने जनता के मुताबिक कोई काम नहीं किया है। भाजपा के नेताओं ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए, और अब जनता उनसे पूरी तरह निराश हो चुकी है। डोटासरा ने कहा कि जनता ने बहुमत देकर लोकतांत्रिक सरकार बनाई थी लेकिन यहां के मुख्यमंत्री पर्ची सिस्टम से बनाए गए। दिल्ली से पर्ची आई थी। सीनियर नेता मुंह ताकते रहे लेकिन पर्ची से भजनलाल जी सीएम बन गए।
डोटासरा ने भाजपा सरकार की नीतियों और क्रियाकलापों की आलोचना करते हुए कहा कि राजस्थान में जनता ने सरकार बनाई थी, लेकिन अब सर्कस देखने को मिल रहा है। भाजपा सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों को भुला दिया है और सिर्फ दिखावे की राजनीति कर रही है।
यू-टर्न पर कसा तंज
गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि कल भाजपा सरकार ने एक ट्रांसफर लिस्ट जारी की, लेकिन एक घंटे के अंदर ही उसे रद्द कर दिया गया। इससे साफ जाहिर होता है कि यह सरकार पूरी तरह से अस्थिर है और फैसलों में यू-टर्न लेने की आदी हो चुकी है। यही वजह है कि इसे ‘यू-टर्न’ सरकार कहा जाना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मंगलवार को शिक्षा विभाग ने कुछ तबादले किए, लेकिन तीन घंटे के भीतर ही उन्हें निरस्त कर दिया गया। डोटासरा ने सवाल उठाया कि अगर तबादले निरस्त करने थे तो पहले क्यों किए गए, और इसके बारे में सरकार कोई स्पष्टीकरण देने को तैयार नहीं है।
CM के विदेश दौरे पर साधा निशाना
सीएम भजनलाल शर्मा के विदेश दौरे पर तंज कसते हुए डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री कोर्ट पेंट सिलवा कर विदेशों में भ्रमण कर रहे हैं, लेकिन वहां कोई उनसे मिलने के लिए तैयार नहीं है। यह दौरा सिर्फ एक भ्रमण बनकर रह गया है, जिससे राज्य के लिए कोई लाभ नहीं हो रहा। यह राजस्थान की जनता देख रही है, उपचुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी।
SP के ‘जासूसी कांड’ का उठाया मुद्दा
डोटासरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला आईपीएस ज्येष्ठा मैत्रेयी की जासूसी के मामले को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ महिला सशक्तिकरण की बात की जा रही है और दूसरी तरफ IPS अधिकारी, जो देश की सबसे बड़ी नौकरी होती है, उसकी लोकेशन उसका मातहत ही ट्रेस कर रहा है तो यह गंभीर बात है। बीजेपी के पास मामले की जांच करवाने तक का समय नहीं है क्योंकि वह तो अभी कांग्रेस पर आरोप लगाने में व्यक्त है। उन्होंने कहा कि इनके मामलों की जांच तो हम करवाएंगे। पेपर लीक मामले में दिया ये बयान
वहीं, एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले पर डोटासरा ने भाजपा सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में कोई ठोस निर्णय लेने में असमर्थ दिख रही है। उन्होंने मांग की कि अगर इस भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करना है तो तुरंत निर्णय लिया जाना चाहिए, ताकि योग्य उम्मीदवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।