राजस्थान के प्रमुख बांधों में बीसलपुर बांध भी अब छलकने को बेताब हो रहा है। बांध में लगातार त्रिवेणी नदी का पानी आ रहा है। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। बांध में सोमवार दोपहर दो बजे तक 313.85 आरएल मीटर पानी आ चुका है।
चंबल नदी में पानी की आवक बढ़ी है। कोटा बैराज के 4 गेट खोले गए। 29244 क्यूसेक पानी की निकासी जारी है।
बांसवाड़ा जिले का माही डेम का जलस्तर 2 दिन में ही 277 मीटर के करीब पहुंच गया है जबकि इसकी कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है। वही कागदी बंद और सरवानिया के गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी गई है।
प्रतापगढ़ जिले में स्थित जाखम बांध को भरने का इंतजार है। 31 मीटर के मुकाबले अब तक 20 मीटर भर चुका है। किसानों को इस बारिश में भरने की आस है। गत वर्ष 2023 में भी बांध करीबन ढाई मीटर से अधिक खाली रहा था।
भीलवाड़ा के बीगोद में कोठारी बांध छलका। बांध पर देर रात को आठ सेंटीमीटर की चली चादर। गोवटा के बाद कोठारी बांध पर पानी की आवक। कोठारी बांध से निकला पानी बनास नदी में मिलेगा। जिससे बीसलपुर बांध के भरने की उम्मीद बढ़ जाएगी। बनास, बेडच और मेनाली नदियों में पानी की आवक बनी हुई है।
अजमेर में आनासागर झील के गेट खोले। झील का एक गेट 10 इंच खोला। आनासागार छलकने के बाद सडक़ों पर आने लगा पानी। एस्कैप चैनल गेट से निकलता उफान मारते हुए पानी अब सडक़ पर भी आने लगा पानी। आनासागर झील के एस्केप चैनल गेट खोलने के बाद केसरबाग स्थित मुख्य सडक़ को किया गया बंद।