सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)ने बिजली संकट को लेकर समीक्षा बैठक ली। उन्होंने उद्योगों से आग्रह किया कि वे बिजली कंपनियों के निर्देशों का पालन करें और उनका सहयोग करें। अधिकारियों ने बताया कि घरेलू और कृषि कार्यों के लिए पर्याप्त बिजली सुनिश्चित करने के लिए उद्योगों को बिजली कटौती की जा रही है। अधिकारियों ने कहा, जैसे ही बिजली आपूर्ति सामान्य होगी, यह कटौती वापस ले ली जाएगी।
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किसानों की बिजली आपूर्ति न हो प्रभावित
गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में किसानों को बिजली आपूर्ति प्रभावित नहीं होने दी जाए। गहलोत ने कहा, किसानों को पर्याप्त बिजली की आपूर्ति के लिए बिजली एक्सचेंजों और अन्य स्रोतों से बिजली की खरीद सुनिश्चित की जानी चाहिए। बैठक में अधिकारियों ने सीएम को बताया कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में कुछ बिजली उत्पादन इकाइयों के बंद होने के कारण पावर एक्सचेंजों से राज्य को अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है।
पिछले रबी सीजन के बाद कृषि क्षेत्र में वृद्धि और बिजली कनेक्शन में 1.20 लाख की वृद्धि हुई है। कोहरे के कारण कोल इंडिया और अन्य कंपनियों से कोयले की आपूर्ति में देरी हो रही है, जिससे बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। राज्य सरकार ने सोमवार से तीन दिन के लिए प्रतिदिन शाम 5 से 8 बजे तक 75 प्रतिशत तक कटौती करने का निर्णय लिया है।