चौमूं थाना पुलिस ने शनिवार रात सीएनजी सिलेंडरों से भरे ट्रक के पलटने के मामले में उसके चालक राजेंद्रनाथ को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि, चालक नशे में वाहन चला रहा था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। मामले की जांच चौमूं थानाधिकारी को सौंपी गई है।
ऐसी घटनाओं में परिवहन विभाग और पुलिस की जिम्मेदारी पर सवाल उठते हैं। चालान की आड़ में वसूली के मामले सामने आने के बावजूद सख्त कार्रवाई का अभाव खतरनाक स्थिति पैदा कर रहा है। नशे में वाहन चलाने वाले चालक लोगों की जिंदगी को खतरे में डालते हैं, लेकिन संबंधित विभाग इन पर नियंत्रण लगाने में असफल नजर आता है।
कांस्टेबल पूरण की बहादुरी
सीकर रोड पर पलटे सीएनजी ट्रक के केबिन में फंसे चालक को बचाने में कांस्टेबल पूरण ने बहादुरी दिखाई। उन्होंने केबिन का कांच तोडकऱ चालक को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि सीएनजी लीक होने की आशंका के कारण कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं कर रहा था।
नववर्ष के मौके पर खतरा बढ़ा
नववर्ष और त्योहारों के दौरान ट्रेन और फ्लाइट्स की बुकिंग फुल हो जाती है, जिससे लोग निजी वाहनों का अधिक इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इन यात्रियों को शायद यह एहसास नहीं होता कि, वे ऐसे टैंकर और ट्रकों के बीच सफर कर रहे हैं, जो किसी चलते-फिरते बम से कम नहीं। चालक नशे में हो तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।