यह भी पढें : त्यौहार से पहले फिर शुरू हुआ मिलावट पर रोक के लिए अभियान, दिवाली तक रहेगा जारी शहर के शोरूम संचालकों का दावा है कि अन्य प्रोडक्ट्स के मुकाबले 30-40 फीसदी तक एलईडी खरीदी जा रही हैं। इस बार बाजार में 3-एस यानी साउंड क्वालिटी, स्क्रीन साइज, स्लिमनेस जैसे फीचर्स छाए हुए हैं। ऑफर्स के कारण सेल में 20 फीसदी उछाल की संभावना जताई जा रही है।
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निम्स यूनिवर्सिटी चेयरमैन ने पत्नी-पुत्र के खिलाफ दर्ज कराया गबन का मामला क्या खोज रहेज्यादातर विक्रेताओं का कहना था कि कस्टमर्स अब ड्रॉइंग रूम के हिसाब से बड़ी स्क्रीन 43 इंच व बेडरूम के लिए 32 इंच वाले टीवी पर फोकस कर रहे हैं। स्मार्ट टीवी पहली प्राथमिकता बनकर उभरा है। युवा और बच्चे इंटरनेट ब्राउजिंग वाले एलईडी के लिए ज्यादा पूछताछ कर रहे हैं। वे ऐसा टीवी घर ले जाना चाहते हैं जो कम्प्यूटर की तरह काम करे। जिसके जरिए सोशल साइट्स पर चैटिंग की जा सके, नेटफ्लिक्स, यूट्यूब जैसी साइट्स पर मूवीज, टे्रलर्स का मजा लिया जा सके। ऐसा टीवी जिसमें डाउनलोडिंग की सुविधा हो।
यह भी पढें : जेडीए जमीन लेने पर अड़ा, सरकार ने नहीं ली सुध, भूमि पुत्रों ने खुद को जमीन में गाड़ा अट्रैक्टिव फीचर्स ब्लूटूथ टू वे : इसके जरिए कस्टमर अपना मोबाइल टेलीविजन से पेयर कर सकता है और म्यूजिक-गानों का लुत्फ ले सकता है।
क्विक कनेक्ट : टीवी का डिस्प्ले मोबाइल पर शिफ्ट कर सकते हैं। मोबाइल का डिस्प्ले टीवी पर ले जा सकते हैं। इसके जरिए लाइव मैच टेलीविजन ऑफ करके दूसरे कमरे में अपने मोबाइल पर देख सकते हैं।
क्यू-एलईडी : क्वांटम डॉट टेक्नोलॉजी के जरिए पा सकते हैं 100 पिक्चर वॉल्यूम यानी शानदार पिक्चर क्वालिटी, बेहतर कॉन्ट्रास्ट, ब्राइटनेस, शार्पनेस के साथ। इनविजिबल कनेक्शन जैसे एडवांस्ड फीचर्स। ओ-एलईडी : स्क्रीन पर परफेक्ट ब्लैक व नेचुरल कलर्स नजर आते हैं। सेल्फ इल्यूमिनेटिंग एलईडी के जरिए तेज रफ्तार गाडिय़ां भी ब्लर नजर नहीं आतीं।
एकॉस्टिक सरफेस : ऐसा लगता है मानो एलईडी में स्क्रीन से साउंड जनरेट हो रही। पिक्चर क्वालिटी के साथ स्लिमनेस भी कर रही प्रभावित। आईपीएस पैनल : रफ स्क्रीन होने के कारण स्क्रैच आदि के निशान स्क्रीन पर नहीं पड़ते।
मैजिक रिमोट : यह कर्सर की तरह टीवी स्क्रीन पर काम करता है।