दरअसल, युवकों की मांग पर मंगलवार सुबह ही किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई का चुनाव बीच में छोड़कर जयपुर आए। इसके बाद वो खुद टंकी पर चढ़े और युवकों को समझाया। इसके बाद वे नीचे उतरने के लिए मान गए। तुरंत ही एक क्रेन की मदद से भाजपा नेता समेत दोनों युवाओं को नीचे उतार लिया गया।
टंकी पर चढ़े किरोड़ी लाल
बताते चलें कि, राजस्थान सरकार में वरिष्ठ मंत्री
किरोड़ी लाल मीणा ने एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने के मामले को लेकर जयपुर में पानी की टंकी पर चढ़े बेरोज़गार युवकों से वार्ता की। इसके लिए खुद किरोड़ी लाल मीणा टंकी पर चढ़े और उसके बाद करीब 20 मिनट तक छात्रों को समझाया। तब जाकर छात्र किरोड़ी लाल मीणा के साथ नीचे उतरे हैं।
बता दें, युवक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बातचीत करने का दबाव बना रहे थे। करीब 48 घंटे टंकी पर बिताने के बाद यह नीचे उतरे हैं। इसके बाद छात्रों के सीधे अस्पताल ले जाया गया, जहां उनको प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
14 नवंबर को सीएम से होगी मुलाकात
इसके बाद बाद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इन दोनों युवकों की सभी मांगों को लेकर मैं 14 नवंबर को सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात करूंगा, और उन पर बात करूंगा। एसआई भर्ती परीक्षा की हर पहलू से जांच की जाएगी। हमने 50 से ज्यादा ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया है, उपचुनाव के बाद इस मामले में कोई फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पानी की टंकी पर चढ़े युवाओं में से एक विकास बिधूड़ी है, जो 7 नंबर से परीक्षा पास नहीं कर पाया। वहीं दूसरा अभ्यर्थी लादू गोदारा है, जो महज तीन नंबर से परीक्षा पास नहीं कर सका। ये वो मेहनती बच्चे हैं, अगर पिछले राज में ये बेईमानी नहीं होती तो आज ये लोग थानेदार होते।
गौरतलब है कि इस को परीक्षा रद्द करने या न करने के को लेकर भजनलाल सरकार ने 6 मंत्रियों की एक कैबिनेट समिति बनाई थी। इस समिति ने कई बैठकें करने के बाद फाइनल रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है, जिस पर निर्णय लेना बाकि है। इस भर्ती को रदद् करने की अनुशंसा जांच ऐजेन्सी SOG भी कर चुकी है।