विधायक सुभाष गर्ग व गोविन्द सिंह डोटासरा सहित आठ विधायकों के साइबर अपराध से संबंधित सवालों पर विधानसभा में यह जानकारी दी गई है। इसके विपरीत विधायक कालीचरण सराफ और निलंबित विधायक मुकेश भाकर सहित पांच विधायकों को विधानसभा सत्र समाप्त होने के दो माह बाद भी जवाब का इंतजार है।
बीते सत्र में इन विधायकों को नहीं मिला जवाब कालीचरण सराफ-तीन साल में प्रदेश में साइबर ठगी की कितनी घटनाएं हुईं, उनकी वर्षवार व जिलेवार जानकारी। रोकथाम की क्या कार्ययोजना है।लालाराम बैरवा- क्या बढ़ते साइबर अपराधाें को रोकने के लिए शाहपुरा जिला मुख्यालय पर विशेष थाना खोला जाएगा?
आदूराम मेघवाल- बाड़मेर जिले में पांच साल में कितने मामले दर्ज और क्या कार्रवाई की गई?मुकेश भाकर-पिछले साल कितने मामले दर्ज और उनमें से कितने में चालान-एफआर पेश हुए। क्या सरकार का कठाेर कानून लाने का विचार है?
हरलाल सहारण-एक जनवरी 2019 से जनवरी 2024 तक कितने मामले दर्ज हुए, कितनी राशि की ठगी हुई और कितनी राशि बरामद हो चुकी।…. इनके सवालों पर आया जवाब सुभाष गर्ग, विकास चौधरी, भगवाना राम सैनी, ललित यादव, गोविन्द सिंह डोटासरा व राधेश्याम बैरवा के एक-एक सवाल, संदीप शर्मा के दो सवालों पर जवाब आया।
पांच साल में यह स्थिति सामने आई कुल मामले दर्ज-5178 कुल ठगी- 197.47 करोड़ रुपए व 236 डॉलर राशि वापस मिल चुकी-36 करोड़ 20 लाख रुपए और 236 डॉलर – गिरफ्तार 1631 व 482 में आरोपी चिन्हित
इस साल पहले 6 माह में यह स्थिति कुल मामले दर्ज-1006,सबसे ज्यादा 174 मामले डीग जिले में दर्ज निस्तारित मामले-135 लंबित मामले-871 रोकने के लिए यह किया जा रहा – साइबर ब्रज प्रहार 1.0 अभियान चलाया- अपराधियों के खातों में 2022 में 10.38 करोड़, 2023 में 39.29 करोड़ व 2024 में 45.91 करोड़ रुपए होल्ड किए।
– स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों व आमजन के लिए वेबसाइट के जरिए जागरुकता अभियान……….. अधिकारियों के पद खाली, कांस्टेबल लगाए ज्यादाएक जवाब में बताया कि कोटा में खोले गए साइबर थाने में कुल 17 पद हैं, 14 अधिकारी-कर्मचारी लगाए जा चुके है। जवाब में यह भी बताया कि इस थाने में निरीक्षक, उपनिरीक्षक व सहायक निरीक्षक के 7 पदों पर कोई नहीं लगाया गया है, जबकि कांस्टेबल व हेडकांस्टेबल के पदों पर 5 पुलिसकर्मी ज्यादा लगा दिए गए हैं।