झोटवाड़ा निवासी राजीव कुमार शर्मा के पास 16 दिसंबर को एक बैंक का क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए फोन आया। फोन करने वाले ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट चैक करने के लिए लिंक शेयर किया। राजीव के लिंक पर क्लिक करते ही उसके अकाउंट से पैसे निकल गए। इस संबंध में राजीव ने हाल ही झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाया। दस ट्रांजेक्शन के जरिये
कस्टमर केयर के फर्जी नंबर
ठगों ने इंटरनेट पर कस्टमर केयर के फर्जी नंबर डाल रखे हैं। लोग समस्या के समाधान के लिए इंटरनेट पर नंबर सर्च कर जैसे ही कॉल करते हैं, उनकी कॉल साइबर ठगों से कनेक्ट हो जाती है। इसके बाद सहायता करने का झांसा देकर या फिर बातों में उलझा खाते से रुपए निकाल लिए जाते हैं।
ठगी से बचने के लिए इनका रखें ध्यान
1. अगर कोई व्यक्ति क्रेडिट कार्ड या बिजली का बिल सहित अन्य के नाम पर आपके क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की डिटेल मांगता है तो नहीं दें।
2. कोई व्यक्ति लिंक पर क्लिक करने के लिए कहता है तो उस पर क्लिक नहीं करें। मोबाइल फोन पर आए ओटीपी को भी शेयर नहीं करें।
3. बैंककर्मी बनकर कोई ओटीपी पूछता है तो उसके नहीं बताए।
4. अगर कोई व्यक्ति किसी तरह का ऐप डाउनलोड करवाए तो ऐसा नहीं करें।