गिरफ्तार सभी ठगों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 5 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने करधनी थाने में प्रेसवार्ता में बताया कि जानकारी व सबूत के आधार पर 135 बैंक खाते, 64 यूपीआइ आइडी व 20 एटीएम विद अकाउंट सीज करवाए गए।
सीज करवाए अकाउंट में कितनी राशि है, संबंधित बैंकों से इसकी जानकारी मांगी है। आरोपियों के कब्जे से 7 लैपटॉप, 21 कम्प्यूटर, एलईडी, 64 मोबाइल, 22 सिमकार्ड, 67 एटीएम कार्ड, 17 बैंक पासबुक, 6 चेक बुक, 57 चार्जर, 2 पासपोर्ट सहित डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं।
ठगी के मामले में यहां की कार्रवाई, कोड में लिखते थे रकम
1. करधनी थाना पुलिस ने त्योद स्थित सारणों की ढाणी निवासी जितेन्द्र कुमार अटल, फुलेरा के बागपुरा निवासी रमेश चौधरी, सालासर सिटी लालचंदपुरा निवासी रवि महावर व चूरू के कोतवाली निवासी वेद प्रकाश भार्गव को पकड़ा। 2. कालवाड़ थाना पुलिस ने ज्योतिष बनकर ठगी कर रहे सीकर के लक्ष्मणगढ़ निवासी विक्रम भार्गव, बीकानेर के गंगाशहर निवासी विकास कुमार भार्गव व सीकर के फतेहपुर निवासी सचिन भार्गव को पकड़ा। 3. हरमाड़ा थाना पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिये ठगी कर रहे माचड़ा निवासी गजेन्द्र कुमार को पकड़ा।
4. बिन्दायका थाना पुलिस ने कॉल सेंटर पर कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिये ठगी कर रहे जयसिंहपुरा कच्ची बस्ती निवासी विष्णु सैनी, पंजाब के गुरुदासपुर निवासी गुरप्रताप सिंह, गुरप्रीत सिंह, विशाल दीप सिंह, सामोद निवासी रामरतन सैनी, टोंक के पचेवर निवासी कमलेश कुमार जाट, भाई राकेश जाट व झारखंड के गिरिडीह निवासी विनोद माहथा को पकड़ा। आरोपियों के पास से 17 कम्प्यूटर, 3 राउटर, अन्य उपकरण, हिसाब की नोट बुक व पासपोर्ट बरामद किए। इनमें से दो आरोपी श्रीलंका जाकर ठगी-सट्टे की ट्रेनिंग लेकर भी आए हैं।
5. बिन्दायका थाना पुलिस ने ही दूसरी जगह कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर ठगी कर रहे छत्तीसगढ़ निवासी रोहित वाधवानी, उसके भाई राज वाधवानी, साहिल परपयानी, एमपी के कटनी निवासी सिद्धार्थ गौतम, रायपुर निवासी राहुल रंगवानी, महाराष्ट्र निवासी विशाल निर्वाण व रायपुर निवासी शुभम गाबवानी को पकड़ा। आरोपियों से 4 लैपटॉप, 15 मोबाइल, सीसीटीवी कैमरे, चार्जर, एक्सटेंशन लाइन, इंटरनेट के उपकरण, 38 एटीएम, 15 सिमकार्ड, 9 पासबुक व 3 चेक बुक बरामद की।
6. करणी विहार थाना पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिये सट्टा खिलाने वाले कॉल सेंटर से रींगस निवासी महेश कुमार जाट, चूरू के राजगढ़ निवासी राहुल, श्रीमाधोपुर निवासी सुनील, मलिकपुर रींगस निवासी महेन्द्र सिंह, सुनील बराला, लाडनूं निवासी सुरेन्द्र खींचड़ व सालासर निवासी गणेश डूडी को पकड़ा। आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, 18 मोबाइल, वाईफाई, ग्राहकों को आइडी देने की डिटेल वाले 3 रजिस्टर, 3 चेक बुक, 23 एटीएम, 7 सिम व एक पासपोर्ट बरामद किए। रजिस्टर में एक माह में 3.61 करोड़ का हिसाब मिला है। पुलिस को ठगों के पास एक डायरी मिली, जिसमें कोड में लिखा मिला। आरोपी एक हजार को एक के और एक लाख को एक केजी व एक करोड़ को एक खोखा लिख रहे थे।
इन्होंने निभाई अहम भूमिका
डीसीपी अमित कुमार (वेस्ट) ने बताया कि ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत साइबर सैल से दिनेश शर्मा, बहादुर, रोशन कुमार, पूरण मल, झूथा राम सामोता, मंजू कंवर व ममता ने ठगों की जानकारी जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फिर प्रोबेशनर आइपीएस रोशन मीणा के सुपरविजन में एसीपी चन्द्र प्रकाश, इंस्पेक्टर सुनील कुमार, गणेश सैनी, उदयभान, हरीश सोलंकी, एसआइ रतन लाल, दिनेश व सुरेन्द्र के नेतृत्व में कार्रवाई के लिए 30 टीमें बनाई गईं।
3 करोड़ करवाए ब्लॉक
पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया कि गत वर्ष 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक जयपुर वेस्ट के थाना क्षेत्र में 9 करोड़ 27 लाख 27 हजार 830 करोड़ की राशि साइबर फ्रॉड से ठगी गई, जिसमें से 3 करोड़ 85 लाख 56 हजार 985 रुपए विभिन्न बैंकों के खातों में ब्लॉक करवाई गई। वहीं 1 करोड़ 86 लाख 63 हजार 990 रुपए की राशि दर्ज शिकायतों के बाद वापस करवाई।