…तो मालिक के खिलाफ हो सकती है कानूनी कार्यवाही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ और नसिर्ंग कर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना पीडितों को बचाने में लगे हुए हैं। कुछ जगहों से सूचना मिली है कि कोरोना संक्रमण के डर के चलते उनके मकान मालिक उनसे मकान खाली करने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करना अपराध है। यदि प्रदेश में ऐसा कोई मामला सामने आया तो उस मकान मालिक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुश्किल हालात में हमें चिकित्साकर्मियों का हौसला अफजाई कर उनका सहयोग करना चाहिए।
डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी को मात देने के लिए विभाग पूरी तरह सजग और मुस्तैद है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में आइसोलेशन और आईसीयू के बैड्स में बढोतरी की गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 1 लाख बैड क्वारेंटाइन तैयार कर लिए गए हैं। जयपुर में 3-4 विभागों के बैड्स को मिलाकर 500 बैड्स के आइसोलेशन की सुविधा हमने तैयार की है। इनमें 54 आईसीयू बैड हमने आरक्षित किए हैं। कोरोना के लिए अलग से ओपीडी भी चरक भवन में की गई है। राजस्थान के होटल्स, हॉस्टल्स आदि को काम में लिया जा रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने आमजन को आश्वस्त किया कि राज्य में कोरोना के मामले में हालात काबू में है। विभाग ने हाल ही वेंटिलेटर्स और उपकरण खरीदने के आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार के उपकरणों और सामग्री की कमी नहीं आने दी जाएगी। युद्ध स्तर पर कोरोना वायरस से लड़ा जा रहा है।
विदेशों से आने वाले मरीजों को कर रहे हैं क्वारेंटाइन
डॉ. शर्मा ने कहा कि जोधपुर में मिडिल ईस्ट से 277 लोगों को बचाकर भारत लाए लोगों को आर्मी क्षेत्र में क्वारेंटाइन किया है। इनमें 149 महिला और 128 पुरुष हैं। इन सबकी जांच की गई है। इन सबकी नेगेटिव रिपोर्ट आई है। राजस्थान में इससे पहले जैसलमेर में 490 लोगों को इरान से लाकर क्वारेंटाइन किया गया था। हमने जोधपुर और अलवर में भी यह सुविधा विकसित की है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरोना से दुनिया की स्थिति भयावह हो रही है। अब तक 4 लाख 22 हजार से पॉजीटिव केसेज के रूप में सामने आ चुके हैं। इनमें से करीब 19 हजार लोग मौत के मुंह में जा चुके हैं। इसके संक्रमण से पूरी दुनिया, देश और प्रदेश गुजर रहा है। हम एक सावधान और जागरूक नागरिक के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं। इस दौर में सरकार जो भी कदम उठा रही है, उनका अक्षरशः पालन करना चाहिए।
बाहर से आने-जाने वालों की सूचना कंट्रोल रूम को दें डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले लोगों के लिए हमने एसडीएम, तहसील, जिला मुख्यालयों पर कंट्रोल रूम बनाया है। उनके नंबर आमजन की जानकारी के लिए प्रचारित-प्रसारित करवाए जा रहे हैं। जो कोई भी व्यक्ति पड़ौसी राज्य या विदेश से गांव में आता है, तो वहां के ग्राम सेवक, पटवारी, सरपंच, मीडिया या अन्य जनप्रतिनिधियों की यह जिम्मेदारी है वे इसकी सूचना तुरंत कंट्रोल रूम को दे। ताकि चिकित्सा विभाग समय पर उनकी स्कि्रनिंग कर सके। ऐसा करने पर हम कम्यूनिटी स्प्रेड से बच सकते हैं।
आमजन करे पूरा सहयोग चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आमजन से घरों से ना निकलने का आव्हान कर चुके हैं। इस पहल में आम आदमी के सहयोग की हमें जरूरत है। पूरी दुनिया गंभीर हालात के दौर से गुजर रही है। आमजन मेहरबानी करके घरों से नहीं निकलें। इससे थोड़ी परेशानी होगी लेकिन इससे हम स्वयं के अलावा परिवार, समाज, प्रदेश और देश को इस महामारी से बचा सकते हैं।