वर्जन…
ग्रुप हाउसिंग के प्रोजेक्ट में सैटबैक की राहत मिलनी चाहिए। रोड के हिसाब से सैटबैक मिले और इसमें सरलीकरण किया जाए।
—राजेंद्र केड़िया, एमडी, केडिया बिल्डर्स एंड कोलोनाइजर्स क्षेत्र के हिसाब से डवलपमेंट प्लान बनाने की जरूरत है। इससे शहर में विविधता आएगी और शहर की खूबसूरती में भी बदलाव होगा।
—राजेंद्र सिंह पचार, सचिव, क्रेडाई
—सुनील जैन, निदेशक, अक्षत ग्रुप नए बिल्डिंग बाइलॉज काफी प्रभावी हैं। इससे बिल्डर्स को काफी राहत मिल रही है। नए प्रोजेक्ट में काफी सहूलियत मिलेगी।
—मदन यादव, निदेशक, एसएसबीसी ग्रुप
—अनिल गुप्ता, निदेशक, आकाशदीप बिल्डर्स
शहर के आस—पास बड़े प्रोजक्ट के लिए नियमों के अनुसार जमीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में सरकार को इसमें बदलाव करना चाहिए। इससे शहर के आस—पास ग्राहकों को आवास मिल सकेंगे।
—सुमेर सिंह सैनी, निदेशक, गोकुल कृपा कोलोनाइजर्स एंड डवलपर्स प्रा. लि.
—तरुण नाहटा, निदेशक, स्टारिफ बिल्डर्स
—जाकिर भाटी, डवलपमेंट मैनेजमेंट कंसल्टेंट
—नीतू दवे, डीजीएम, वाटिका ग्रुप
नए बिल्डिंग बाइलॉज के अलावा कोरोनाकाल में सरकार ने भी रियल एस्टेट सेक्टर को आगे बढ़ाने में सहयोग किया है। उसी वजह से सभी फेस्टिव सीजन की तैयारी कर रहे हैं।
—उज्जवल पूनिया, निदेशक, आधार प्राइम रियल होम